नई दिल्ली/अक्षर सत्ता/ऑनलाइन।
चीन के नापाक चाल से सावधान करते हुए पूर्व वित्त मंत्री पी. चिदंबरम ने मोदी सरकार को एक बार फिर कटघरे में खड़ा किया है। उन्होंने पीएम मोदी से जानना चाहा कि गलवान घाटी को चीन के खाली करने का दवाब बनाने पर भारत क्या जवाब दे रही है। एनडीए सरकार को देश को बताना चाहिये। उन्होंने कहा कि मोदी सरकार गलवान घाटी में यथास्थिति लागू करने में सफल होगी या नहीं- इस पर कुछ भी कहना जल्दबाजी होगा। लेकिन उन्होंने गेंद केंद्र सरकार के पाले मे ंडालते हुए कहा कि निश्चित रुप से अप्रैल महीने वाली यथास्थिति कायम होनी ही चाहिये।
कांग्रेस के कद्दावर नेता ने चीन के गलवान घाटी पर फिर से दावा ठोकने पर सरकार से स्पष्टीकरण मांगा है। उन्होंने कहा कि पीएम मोदी के रुख पर सबका ध्यान है। उन्होंने कहा कि चीन के विदेश मंत्रालय और पीएलए ने भारत को गलवान घाटी को खाली करने को कहा है। जो बेहद निंदनीय है। उन्होंने कहा कि चीन ने भारत के सामने सबसे बड़ी मुश्किलें खड़ी कर दी है। जिससे भारत को सोच-समझकर हर कदम उठाना चाहिये।
वहीं उन्होंने बीजेपी अध्यक्ष जेपी नड्डा के पूर्व पीएम मनमोहन सिंह के कार्यकाल में 600 चीनी घुसपैठियों होने के जवाब में उन्होंने कहा कि उस समय भी चीन ने भारतीय हिस्सा को कब्जा नहीं कर पाया। जबकि मनमोहन सरकार के समय कोई हिंसक झड़प भी नहीं हुई। लेकिन क्या नड्डा अपने पीएम से 2015 के बाद से 2264 हुए चीनी घुसपैठ के बारे में स्पष्टीकरण मांगेगे? उन्होंने कहा कि ऐसा वे नहीं करेंगे उन्हें विश्वास है। बता दें कि हाल के हुए खूनी हिंसक झड़प में 20 भारतीय सेना शहीद हुए थे। तब से मोदी सरकार विपक्षी पार्टियों के निशाने पर है।
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