जबलपुर। जबलपुर रेल मंडल में 6 एवं 7 मार्च को कोंकण रेलवे के वरिष्ठ प्रशासनिक ग्रेड अधिकारियों की टीम ने संरक्षा ऑडिट किया। दो दिवसीय इस विशेष ऑडिट के दौरान रेलवे संरक्षा मानकों की गहन समीक्षा की गई और कर्मचारियों को नवीनतम संरक्षा उपायों से अवगत कराया गया।
पहले दिन, 6 मार्च को अधिकारियों ने जबलपुर-कटनी रेलखंड का संरक्षा निरीक्षण किया। इस दौरान ब्रिज, यार्ड, प्वाइंट्स एवं क्रॉसिंग, समपार फाटक, कर्व एवं स्टेशनों का बारीकी से निरीक्षण किया गया। निरीक्षण के साथ-साथ कर्मचारियों को संरक्षा संबंधी महत्वपूर्ण जानकारियाँ दी गईं एवं उन्हें सुरक्षित कार्यप्रणाली अपनाने के लिए जागरूक किया गया।
7 मार्च को अधिकारियों की टीम ने जबलपुर स्थित रनिंग रूम, लॉबी, आरओएच शेड, एआरटी (एक्सीडेंट रिलीफ ट्रेन) एवं एआरएमव्ही (एक्सीडेंट रिलीफ मेडिकल वैन) का संरक्षा ऑडिट किया। विभिन्न सुविधाओं एवं आपातकालीन तैयारियों की समीक्षा कर आवश्यक सुझाव भी दिए गए।
ऑडिट के उपरांत मंडल रेल प्रबंधक कार्यालय के सभागृह में एक समीक्षा बैठक आयोजित की गई, जिसमें कोंकण रेलवे एवं जबलपुर मंडल के वरिष्ठ अधिकारियों ने संरक्षा से जुड़े विभिन्न मुद्दों पर विस्तृत चर्चा की।
बैठक में जबलपुर मंडल के मंडल रेल प्रबंधक श्री कमल कुमार तलरेजा, अपर मंडल रेल प्रबंधक (I&O) श्री आनंद कुमार, अपर मंडल रेल प्रबंधक (A&G) श्री सुनील टेलर, वरिष्ठ मंडल संरक्षा अधिकारी श्री अमित साहनी, वरिष्ठ मंडल वाणिज्य प्रबंधक डॉ. मधुर वर्मा सहित अन्य अधिकारी उपस्थित रहे।
कोंकण रेलवे की टीम में श्री एन.एम. तेलंग (सीएसओ/केआरसीएल), श्री आर.आई. पाटिल (सीनियर आरईएन/आरएन), श्री रमेश बाबु चीलमकुर्थी (डिप्टी सीएसटीई/केआरसीएल), श्री बी.टी. रजना (डिप्टी सीएमई/केआरसीएल), श्री राजेश नायक (वरिष्ठ आरटीएम/आरएन), श्री डी.के. श्रीवास्तव (डिप्टी सीईई/पी/जेबीपी), श्री गीरीश राहलकर (एएसओ/एस एंड टी), एवं श्री मनोज कुमार (एओएम/सेफ्टी) शामिल रहे।
दो दिवसीय संरक्षा ऑडिट से प्राप्त सुझावों और निरीक्षण रिपोर्ट के आधार पर संरक्षा मानकों में और अधिक सुधार किए जाने की दिशा में आवश्यक कदम उठाए जाएंगे।
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