भगोरिया महोत्सव: लोक संस्कृति की सुरम्य धारा में बहता उल्लास


झाबुआ में मुख्यमंत्री डॉ. यादव ने झूमकर किया भगोरिया पर्व का आनंद

अनास नदी को नर्मदा से जोड़ने की योजना का परीक्षण, जनजातीय विकास की नई पहल

भोपाल | मुख्यमंत्री डॉ. मोहन यादव ने झाबुआ के प्रसिद्ध भगोरिया हाट महोत्सव में शामिल होकर इस सांस्कृतिक पर्व की मस्ती का भरपूर आनंद लिया। उन्होंने कहा कि "भगोरिया की मदमस्त टोलियों को नाचते-गाते देखकर पाँव अपने आप थिरकने लगते हैं।" उन्होंने बताया कि यह पर्व झाबुआ की सांस्कृतिक धरोहर का एक महत्वपूर्ण हिस्सा है, जिसे फागुन के उल्लास के साथ मनाया जाता है।

मुख्यमंत्री ने भील महासम्मेलन का शुभारंभ भारत माता, क्रांतिसूर्य टंट्या भील, राणा पुंजा एवं शबरी माता के चित्र पर माल्यार्पण और दीप प्रज्वलन कर किया। इस दौरान वे स्वयं भी ढोल-मांदल की थाप पर जनजातीय समुदाय के पारंपरिक नृत्य में झूमते नजर आए।

जनजातीय समाज के उत्थान के लिए नई योजनाओं की घोषणा

मुख्यमंत्री डॉ. यादव ने कहा कि प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के मार्गदर्शन में राज्य सरकार जनजातीय समाज के सर्वांगीण विकास के लिए प्रतिबद्ध है। उन्होंने यह घोषणा की कि अब जनजातीय छात्रों के लिए मेडिकल कॉलेज और अन्य प्रोफेशनल कोर्स की नि:शुल्क कोचिंग शुरू की जाएगी। साथ ही, मेडिकल कॉलेज खोलने की नीति में संशोधन कर सबसे पहले जनजातीय बहुल क्षेत्रों में कॉलेज स्थापित किए जाएंगे।

इसके अलावा, सोलर पंप योजना के तहत नि:शुल्क बिजली देकर हर खेत तक पानी पहुंचाने की योजना बनाई गई है। मुख्यमंत्री ने कहा कि स्थानीय स्तर पर रोजगार बढ़ाने के लिए उद्योगों की स्थापना हेतु विशेष अनुदान नीति लागू की गई है, जिससे युवाओं को अपने ही क्षेत्र में रोजगार के बेहतर अवसर प्राप्त होंगे।

झाबुआ में जल प्रबंधन और बुनियादी ढांचे के विकास की नई पहल

मुख्यमंत्री डॉ. यादव ने झाबुआ जिले में जल आपूर्ति की समस्या के समाधान के लिए अनास नदी को नर्मदा नदी से जोड़ने की योजना का परीक्षण कराने के निर्देश दिए। इसके साथ ही, उन्होंने ओंकारेश्वर, उज्जैन और झाबुआ में धर्मशाला निर्माण के लिए भूमि उपलब्ध कराने की घोषणा की।

उन्होंने यह भी कहा कि झाबुआ में कालका माता मंदिर से एम-2 होटल तक सड़क निर्माण किया जाएगा, जिससे आवागमन सुगम होगा। इसके अतिरिक्त, उन्होंने झाबुआ के कलेक्टर को पीएम आवास योजना के अंतर्गत कच्चे मकानों का सर्वेक्षण कर पात्र परिवारों को पक्के मकान उपलब्ध कराने के निर्देश दिए।

पूर्व सांसद स्व. दिलीप सिंह भूरिया को श्रद्धांजलि

मुख्यमंत्री ने झाबुआ के दिलीप गेट पर पहुंचकर पूर्व सांसद स्व. दिलीप सिंह भूरिया की प्रतिमा पर माल्यार्पण किया और जनजातीय अंचल के विकास में उनके योगदान को स्मरण किया। उन्होंने कहा कि "जनजातीय समाज के कल्याण के लिए भूरिया जी का योगदान अविस्मरणीय रहेगा।"

भगोरिया गैर: ढोल-मांदल की थाप पर झूमा झाबुआ

मुख्यमंत्री डॉ. यादव ने भगोरिया गैर में भी भाग लिया, जहां 250 से अधिक ढोल-मांदल की टोलियां पारंपरिक नृत्य करते हुए महोत्सव स्थल की ओर बढ़ रही थीं। जनजातीय समाज के लोगों ने मुख्यमंत्री का हर्षोल्लास के साथ स्वागत किया।

राज्य सरकार जनजातीय समाज के उत्थान के लिए प्रतिबद्ध

महिला एवं बाल विकास मंत्री सुश्री निर्मला भूरिया ने मुख्यमंत्री का स्वागत करते हुए बताया कि उनके पिता स्व. दिलीप सिंह भूरिया के प्रयासों से जनजातीय क्षेत्र में पेसा एक्ट लागू किया गया, जिससे ग्राम सभाएं सशक्त हुई हैं।

इस अवसर पर पूर्व सांसद श्री गुमान सिंह डामोर ने कहा कि मुख्यमंत्री की उपस्थिति से भगोरिया महोत्सव की गरिमा और बढ़ गई है। कार्यक्रम में श्री कलसिंह भाबर, राजस्थान सरकार के पूर्व मंत्री श्री कनकमल कटारा और बड़ी संख्या में जनजातीय समाज के लोग उपस्थित रहे।

भगोरिया पर्व: संस्कृति, उत्सव और जनकल्याण का संगम

मुख्यमंत्री डॉ. यादव ने अपने संबोधन में कहा कि भगोरिया सिर्फ एक पर्व नहीं, बल्कि जनजातीय समाज की सांस्कृतिक पहचान और उल्लास का प्रतीक है। राज्य सरकार समाज के हर वर्ग को आगे बढ़ाने के लिए हरसंभव प्रयास कर रही है, ताकि हर नागरिक को समान अवसर मिल सके।

"हमारी सरकार हर वर्ग के विकास और समृद्धि के लिए समर्पित है। भगोरिया महोत्सव जैसे आयोजन हमारी सांस्कृतिक धरोहर को संरक्षित और सशक्त बनाने में महत्वपूर्ण भूमिका निभाते हैं।" – मुख्यमंत्री डॉ. मोहन यादव

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