फरीदाबाद का सर्वोदय अस्पताल बना देश का पहला 'टरबियम-161' उपचार केंद्र, प्रोस्टेट कैंसर मरीजों को मिली नई उम्मीद

नई दिल्ली/फरीदाबाद। हरियाणा के फरीदाबाद स्थित सर्वोदय अस्पताल ने देश में चिकित्सा क्षेत्र में एक महत्वपूर्ण उपलब्धि हासिल की है। यह अस्पताल प्रोस्टेट कैंसर के इलाज के लिए उन्नत न्यूक्लियर थेरेपी ‘टरबियम-161 पीएसएमए’ (Tb-161 PSMA) प्रदान करने वाला भारत का पहला चिकित्सा केंद्र बन गया है। यह उपलब्धि देश में थेरानॉस्टिक्स और न्यूक्लियर मेडिसिन के क्षेत्र में एक बड़ी छलांग के रूप में देखी जा रही है।


क्या है 'टरबियम-161 पीएसएमए' थेरेपी?

टरबियम-161 पीएसएमए थेरेपी एक उन्नत और सटीक न्यूक्लियर उपचार पद्धति है, जो विशेष रूप से उन मरीजों के लिए कारगर है जो एडवांस मेटास्टेटिक और हार्मोन-रेजिस्टेंट प्रोस्टेट कैंसर (Advanced metastatic & hormone-resistant prostate cancer) से जूझ रहे हैं। यह इलाज पारंपरिक उपचार विधियों से परिणाम नहीं मिलने पर एक वैकल्पिक और उम्मीद भरी तकनीक के रूप में सामने आया है।

सटीकता और प्रभावशीलता की दिशा में बड़ा कदम

सर्वोदय अस्पताल के न्यूक्लियर मेडिसिन विभाग के प्रमुख डॉ. स्वागत दास ने जानकारी दी कि टरबियम-161 थेरेपी, कैंसर कोशिकाओं को बेहद सटीकता से निशाना बनाती है, जिससे आसपास के स्वस्थ ऊतक प्रभावित नहीं होते। उन्होंने इसे ‘प्रिसिजन ऑनकोलॉजी’ की दिशा में एक महत्वपूर्ण प्रगति बताया।

मरीजों के लिए लाभकारी

इस नई तकनीक से उन मरीजों को विशेष लाभ होगा, जिनका कैंसर पारंपरिक कीमोथैरेपी, रेडिएशन या हार्मोन थेरेपी का जवाब नहीं दे रहा है। टरबियम-161 की विशेषता यह है कि यह रेडियोधर्मी तत्व प्रोस्टेट कैंसर कोशिकाओं को अधिक कुशलता से खत्म करता है और मरीज को बेहतर गुणवत्ता वाली ज़िंदगी देने में मदद करता है।

चिकित्सा क्षेत्र में नई शुरुआत

फरीदाबाद का सर्वोदय अस्पताल इस नवाचार के साथ भारत में थेरानॉस्टिक्स उपचार की शुरुआत करने वाला पहला केंद्र बन गया है। थेरानॉस्टिक्स, यानी थेरेपी और डायग्नोसिस का सम्मिलन, भविष्य की चिकित्सा का अहम पहलू माना जा रहा है। यह एक ऐसी प्रणाली है जिसमें रोग का पता लगाने (डायग्नोसिस) और उसका उपचार (थेरेपी) एक साथ किया जाता है।

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