नई दिल्ली, 22 मई 2025: कोविड-19 एक बार फिर भारत में अपने पैर पसार रहा है। ताजा आंकड़ों के मुताबिक, महाराष्ट्र में कोरोना वायरस के 33 नए मामले सामने आए हैं, जिसके बाद राज्य में कुल सक्रिय मामलों की संख्या 145 हो गई है। यह वृद्धि कोविड-19 के नए वैरिएंट JN.1 के कारण हो रही है, जो तेजी से फैल रहा है। हालांकि विशेषज्ञों का कहना है कि इसके लक्षण हल्के हैं, लेकिन सतर्कता बरतना जरूरी है।
11 राज्यों में फैल चुका है JN.1 वैरिएंट
स्वास्थ्य मंत्रालय के अनुसार, 19 मई 2025 तक देश में कोविड-19 के 257 सक्रिय मामले दर्ज किए गए हैं, जिनमें से 164 नए मामले हैं। सबसे ज्यादा मामले केरल (95), तमिलनाडु (66), और महाराष्ट्र (56) में सामने आए थे। अब महाराष्ट्र में नए मामलों की संख्या बढ़कर 145 हो गई है। केरल में इस वैरिएंट से एक मौत की पुष्टि भी हुई है। JN.1 वैरिएंट, जो ओमिक्रॉन के BA.2.86 का वंशज है, 30 से अधिक उत्परिवर्तनों के साथ तेजी से फैल रहा है। हालांकि, इसके कारण अस्पताल में भर्ती होने की दर कम है।
क्या है JN.1 वैरिएंट और कितना है खतरा?
JN.1 वैरिएंट की उच्च संक्रामकता इसे चिंता का विषय बनाती है। विशेषज्ञों के अनुसार, यह वैरिएंट हल्के लक्षणों जैसे सर्दी, खांसी, और बुखार के साथ सामने आ रहा है। हालांकि, कमजोर इम्यूनिटी वाले लोगों, बुजुर्गों, और गंभीर बीमारियों से पीड़ित व्यक्तियों के लिए यह जोखिम भरा हो सकता है। हाल ही में केरल में इस वैरिएंट से एक मौत दर्ज की गई, जिसने सतर्कता की जरूरत को और बढ़ा दिया है।
सतर्कता और बूस्टर खुराक की सलाह
स्वास्थ्य विशेषज्ञ और सरकार लोगों से सतर्क रहने की अपील कर रहे हैं। निम्नलिखित सावधानियां बरतने की सलाह दी गई है:
मास्क का उपयोग: भीड़भाड़ वाली जगहों, अस्पतालों, और बंद कमरों में मास्क पहनें।
हाथ धोना: बार-बार साबुन या हैंडवॉश से हाथ धोएं।
बूस्टर खुराक: जिन लोगों ने कोविड वैक्सीन की बूस्टर डोज नहीं ली है, उन्हें इसे तुरंत लेने की सलाह दी गई है।
लक्षणों पर नजर: सर्दी, खांसी, या बुखार होने पर तुरंत कोविड जांच करवाएं और भीड़ से बचें।
क्या कहते हैं विशेषज्ञ?
डॉक्टरों का कहना है कि कोविड-19 के नए मामलों में वृद्धि का कारण लोगों में इम्यूनिटी का कमजोर होना है, क्योंकि कई लोगों ने बूस्टर खुराक नहीं ली है। विशेषज्ञों का यह भी कहना है कि घबराने की जरूरत नहीं है, लेकिन सावधानी बरतना अनिवार्य है। खासकर बुजुर्गों और कमजोर इम्यूनिटी वाले लोगों को अतिरिक्त सतर्कता बरतनी चाहिए।
वैक्सीनेशन का क्या है हाल?
कुछ विशेषज्ञों का मानना है कि पुराने टीकों की तुलना में mRNA आधारित टीके, जैसे कि Gemcovac, JN.1 जैसे नए वैरिएंट्स के खिलाफ अधिक प्रभावी हो सकते हैं। सरकार ने भी वैक्सीनेशन की रफ्तार बढ़ाने और बूस्टर डोज को प्रोत्साहित करने पर जोर दिया है।
कोविड-19 का नया वैरिएंट JN.1 भले ही हल्के लक्षणों वाला हो, लेकिन इसकी तेजी से फैलने की क्षमता को नजरअंदाज नहीं किया जा सकता। महाराष्ट्र, केरल, और तमिलनाडु जैसे राज्यों में बढ़ते मामलों ने एक बार फिर सतर्कता की घंटी बजा दी है। मास्क, बूस्टर खुराक, और सावधानी ही इस नई लहर से बचाव का सबसे मजबूत हथियार है।
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