नई दिल्ली, 25 मई 2025: भारत में एक बार फिर कोविड-19 के मामलों में उछाल देखा जा रहा है, जिसके पीछे नए वेरिएंट NB.1.8.1 और LF.7 को जिम्मेदार माना जा रहा है। कर्नाटक की राजधानी बेंगलुरु में इस नई लहर की पहली मौत दर्ज की गई है, जिसने स्वास्थ्य विशेषज्ञों और आम जनता में चिंता बढ़ा दी है।
बेंगलुरु में कोविड से पहली मौत, 38 सक्रिय मामले
कर्नाटक स्वास्थ्य विभाग के अनुसार, शनिवार को बेंगलुरु में एक 85 वर्षीय बुजुर्ग की कोविड-19 से मृत्यु हो गई। यह इस लहर की पहली मौत है। पिछले 24 घंटों में राज्य में 108 कोविड टेस्ट किए गए, जिनमें से 5 लोग पॉजिटिव पाए गए। वर्तमान में, कर्नाटक में कुल 38 सक्रिय मामले हैं, जिनमें से 32 मामले अकेले बेंगलुरु में हैं। अन्य जिलों जैसे बल्लारी, बेंगलुरु ग्रामीण, मंगलुरु, और विजयनगर में एक-एक मामला है, जबकि मैसूरु में दो मामले दर्ज किए गए हैं।
संवेदनशील समूहों में भी संक्रमण की पुष्टि
नए वेरिएंट का असर केवल बुजुर्गों तक सीमित नहीं है। बेलगावी में हाल ही में पुणे से लौटी एक गर्भवती महिला कोविड पॉजिटिव पाई गई है। इसके अलावा, मुंबई से लौटी एक अन्य महिला भी संक्रमित पाई गई और वह घर पर आइसोलेशन में है। स्वास्थ्य विभाग ने संवेदनशील समूहों, जैसे गर्भवती महिलाओं और बुजुर्गों, से विशेष सावधानी बरतने की अपील की है।
स्वास्थ्य सुविधाओं में तैयारियां तेज
कोविड मामलों में वृद्धि को देखते हुए, कर्नाटक के कई अस्पतालों ने तैयारियां शुरू कर दी हैं। धारवाड़ सहित कई जिलों में कोविड मरीजों के लिए 10 बिस्तरों वाले विशेष आईसीयू वार्ड स्थापित किए गए हैं। स्वास्थ्य विभाग ने गंभीर श्वसन लक्षणों वाले मरीजों की अनिवार्य जांच के निर्देश दिए हैं। साथ ही, जीनोम सीक्वेंसिंग के जरिए नए वेरिएंट्स की निगरानी को और मजबूत करने की सलाह दी गई है।
स्वास्थ्य मंत्री की अपील: सतर्क रहें, घबराएं नहीं
कर्नाटक के स्वास्थ्य मंत्री दिनेश गुंडू राव ने जनता से शांत रहने की अपील की है। उन्होंने कहा, “कोविड-19 के मामलों में मामूली बढ़ोतरी हुई है, लेकिन यह चिंता का विषय नहीं है। हमारी तकनीकी सलाहकार समिति स्थिति पर नजर रख रही है। भीड़भाड़ वाली जगहों पर मास्क पहनना उचित होगा, हालांकि यह अनिवार्य नहीं है।” उन्होंने यह भी स्पष्ट किया कि फिलहाल कोई यात्रा प्रतिबंध लागू नहीं किए गए हैं।
कर्नाटक के अलावा, महाराष्ट्र के ठाणे में कोविड-19 से एक युवक की मौत की खबर है। वहीं, उत्तराखंड के ऋषिकेश में दो नए मामले सामने आए हैं। मुंबई के KEM अस्पताल में भी कोविड से दो लोगों की मौत की पुष्टि हुई है, जिनमें एक महिला और एक बच्ची शामिल हैं। इन घटनाओं ने स्वास्थ्य अधिकारियों को और सतर्क कर दिया है।
विशेषज्ञों की राय: जीनोम सीक्वेंसिंग जरूरी
विशेषज्ञों का कहना है कि नए वेरिएंट्स की निगरानी के लिए जीनोम सीक्वेंसिंग को बढ़ावा देना होगा। पूर्व NCDC निदेशक डॉ. सुजीत सिंह ने बताया कि सीवेज सैंपल्स में वायरल लोड बढ़ने पर दो सप्ताह बाद मामलों में उछाल देखा जा सकता है। साथ ही, लोगों को मास्क पहनने और सामाजिक दूरी बनाए रखने जैसे बुनियादी सावधानियों का पालन करने की सलाह दी जा रही है।
क्या करें, क्या न करें?
- भीड़भाड़ वाली जगहों पर मास्क पहनें।
- हाथों को नियमित रूप से सैनिटाइज करें।
- लक्षण दिखने पर तुरंत टेस्ट करवाएं।
- अनावश्यक यात्रा से बचें, खासकर संवेदनशील समूह।
- घबराएं नहीं, लेकिन सतर्क रहें।
भारत में कोविड-19 की स्थिति पर नजर रखने के लिए स्वास्थ्य मंत्रालय और राज्य सरकारें सक्रिय हैं। लोगों से अपील है कि वे अफवाहों पर ध्यान न दें और केवल आधिकारिक सूचनाओं पर भरोसा करें।
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