भोपाल/ग्वालियर, 29 मई 2025 : समाजवादी पार्टी ने ग्वालियर उच्च न्यायालय परिसर में संविधान निर्माता डॉ. भीमराव अंबेडकर की प्रतिमा स्थापित करने की मांग को लेकर बड़ा आंदोलन छेड़ दिया है। पार्टी ने ऐलान किया है कि 9 जून को ग्वालियर में एक विशाल धरना दिया जाएगा, जिसमें पार्टी के राष्ट्रीय महामंत्री व राज्यसभा सांसद रामजीलाल सुमन विशेष रूप से शामिल होंगे।
पार्टी का कहना है कि बाबा साहब की प्रतिमा को लेकर ग्वालियर में जो विरोध किया जा रहा है, वह संविधान, सामाजिक न्याय और लोकतंत्र की आत्मा पर सीधा हमला है। प्रदेश अध्यक्ष डॉ. मनोज यादव के नेतृत्व में यह प्रदर्शन न्यायपालिका और शासन को जगाने की एक निर्णायक पहल होगा।
मुख्य बिंदु:
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9 जून को ग्वालियर में धरना, रामजीलाल सुमन होंगे प्रमुख वक्ता
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उत्तर प्रदेश के पूर्व मंत्री बादशाह सिंह विशेष अतिथि के रूप में मौजूद रहेंगे
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अंबेडकर प्रतिमा की स्थापना में देरी को बताया "मनुवादी साजिश"
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मध्यप्रदेश सरकार और न्यायालय पर आदेश की अनदेखी का आरोप
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प्रदेश भर में पीडीए (पिछड़े-दलित-अल्पसंख्यक) की एकता का आह्वान
समाजवादी पार्टी के नेताओं ने आरोप लगाया कि न्यायालय परिसर में मूर्ति स्थापना की वैधानिक स्वीकृति के बावजूद एक खास मानसिकता के लोगों द्वारा रोड़ा अटकाया जा रहा है। डॉ. सुनीलम, पूर्व विधायक व पार्टी के राष्ट्रीय सचिव, ने इसे "संवैधानिक व्यवस्था के खिलाफ विद्रोह" करार दिया और कहा कि जो लोग बाबा साहब का विरोध कर रहे हैं, वे सिर्फ एक विचारधारा के नहीं, पूरे संविधान के विरोधी हैं।
उच्च न्यायालय का आदेश भी दरकिनार
समाजवादी पार्टी ने यह भी उजागर किया कि मध्यप्रदेश उच्च न्यायालय के तत्कालीन मुख्य न्यायाधीश श्री एस.के. कैथ ने यह स्पष्ट किया था कि यदि भारत के सर्वोच्च न्यायालय में बाबा साहब की प्रतिमा लग सकती है, तो ग्वालियर उच्च न्यायालय में क्यों नहीं? इसके बावजूद प्रतिमा आज भी वाहन पर खड़ी है और प्रशासन मूकदर्शक बना हुआ है।
बीजेपी सरकार पर तीखा हमला
पार्टी ने भाजपा पर हमला बोलते हुए कहा कि मध्यप्रदेश की मौजूदा सरकार बाबा साहब का बार-बार अपमान कर रही है। डॉ. मनोज यादव ने आरोप लगाया कि यह सरकार न सिर्फ सामाजिक न्याय की विरोधी है, बल्कि एक "मनुवादी एजेंडा" को आगे बढ़ा रही है।
देशव्यापी आंदोलन की चेतावनी
समाजवादी पार्टी ने यह भी घोषणा की कि यदि बाबा साहब की प्रतिमा शीघ्र नहीं लगाई गई, तो पार्टी संसद से लेकर सड़क तक आंदोलन करेगी। पार्टी की यह भी मांग है कि अंबेडकर जी की प्रतिमा सभी जिला न्यायालयों और कलेक्टर कार्यालयों में अनिवार्य रूप से स्थापित की जाए।
राजनीतिक संदेश और चेतावनी
प्रेसवार्ता में डॉ. सुनीलम ने मुख्यमंत्री मोहन यादव, आरएसएस के पदाधिकारियों, विधायकों और सांसदों से सार्वजनिक रूप से अपनी स्थिति स्पष्ट करने की मांग की: "क्या आप बाबा साहब की प्रतिमा के पक्ष में हैं या नहीं?" उन्होंने रामजीलाल सुमन की सुरक्षा को लेकर भी चिंता जताई और सरकार से उन्हें पर्याप्त सुरक्षा देने की मांग की।
कार्यक्रम में शामिल होंगे सामाजिक संगठनों के प्रतिनिधि
इस धरने में अंबेडकर वाहिनी, पिछड़ा वर्ग महासभा समेत अनेक सामाजिक न्याय से जुड़े संगठनों के प्रतिनिधि भी शामिल होंगे। समाजवादी पार्टी ने सभी प्रगतिशील, लोकतांत्रिक और सामाजिक न्याय के समर्थकों से अपील की है कि वे इस ऐतिहासिक प्रदर्शन का हिस्सा बनें।
यह मुद्दा सिर्फ एक प्रतिमा का नहीं, बल्कि उस विचारधारा का है जो आज भी समता, न्याय और बंधुता के खिलाफ साजिशें रच रही है। 9 जून का दिन ग्वालियर में सामाजिक न्याय की लड़ाई का एक नया अध्याय लिखेगा।
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