जलप्लावन रोकथाम के लिए महापौर के निर्देश
प्रमुख बिंदु
नालों और कंजरवेंसियों की सफाई: नाला, नालियों और कंजरवेंसियों की सफाई में किसी भी प्रकार की कोताही बर्दाश्त नहीं की जाएगी। सभी कार्य पारदर्शिता के साथ पूरे किए जाएं।
अतिक्रमण हटाने की कार्रवाई: वर्षाजल निकासी में बाधा उत्पन्न करने वाले सभी अतिक्रमणों को सूचीबद्ध कर तत्काल हटाया जाए।
संसाधनों का शतप्रतिशत उपयोग: नाइट स्वीपिंग, नाला गैंग, और वार्डों में तैनात मानव संसाधनों का पूरा उपयोग हो। इनका आकस्मिक भौतिक सत्यापन भी किया जाएगा।
सफाई संरक्षकों का सम्मान: मानसून से पहले सफाई संरक्षकों के लिए सम्मान समारोह आयोजित किया जाएगा। उन्हें प्रोत्साहन के लिए बरसाती उपहार में दी जाएगी।
सख्त कार्रवाई की चेतावनी: जनहित के कार्यों में लापरवाही बरतने वाले अधिकारियों को बख्शा नहीं जाएगा। सफाई ठेकेदारों को ब्लैक लिस्ट करने की प्रक्रिया शुरू की जाएगी।
बैठक में क्या हुआ?
महापौर ने स्वास्थ्य विभाग के अधिकारियों के साथ बिंदुवार समीक्षा की और सभी संसाधनों का जमीनी स्तर पर शतप्रतिशत उपयोग सुनिश्चित करने के निर्देश दिए। उन्होंने कहा कि शहरवासियों को जलप्लावन की समस्या से निजात दिलाना उनकी प्राथमिकता है। इसके लिए नालों की सफाई और अतिक्रमण हटाने पर विशेष ध्यान दिया जाएगा।
सफाई कर्मियों के लिए प्रोत्साहन
महापौर ने सफाई संरक्षकों का हौसला बढ़ाने के लिए सम्मान समारोह की घोषणा की। इस दौरान उन्हें बरसाती देकर मानसून के दौरान बेहतर कार्य के लिए प्रोत्साहित किया जाएगा।
उपस्थित अधिकारी
बैठक में स्वास्थ्य प्रभारी एम.आई.सी. सदस्य रजनी कैलाश साहू, अपर आयुक्त व्ही.एन. बाजपेयी, उपायुक्त संभव अयाची, स्वास्थ्य अधिकारी संदीप जायसवाल, सहायक स्वास्थ्य अधिकारी अनिल बारी, धर्मेंद्र राज, पोला राव, अर्जुन यादव, और सभी मुख्य स्वच्छता निरीक्षक मौजूद रहे।
नागरिकों के लिए अपील
महापौर ने शहरवासियों से अपील की है कि वे नालों में कचरा न फेंकें और नगर निगम के प्रयासों में सहयोग करें। जलप्लावन से बचाव के लिए नगर निगम द्वारा सभी आवश्यक कदम उठाए जा रहे हैं। अधिक जानकारी के लिए नागरिक नगर निगम के हेल्पलाइन नंबर पर संपर्क कर सकते हैं।
إرسال تعليق