हरियाणा की यूट्यूबर ज्योति मल्होत्रा जासूसी के आरोप में गिरफ्तार: कंटेंट से कांड तक

चंडीगढ़ हरियाणा के हिसार की मशहूर यूट्यूबर ज्योति मल्होत्रा को पाकिस्तानी खुफिया एजेंसियों के लिए जासूसी करने के आरोप में गिरफ्तार किया गया है। ‘ट्रैवल विद जो’ नामक यूट्यूब चैनल चलाने वाली ज्योति पर संवेदनशील जानकारी साझा करने का गंभीर आरोप है। हिसार पुलिस ने उन्हें न्यू अग्रसेन एक्सटेंशन से हिरासत में लिया और कोर्ट ने पांच दिन की पुलिस रिमांड में भेज दिया।

मुख्य बिंदु: ज्योति मल्होत्रा ने 2023 में पाकिस्तान यात्रा के दौरान दिल्ली में पाकिस्तान उच्चायोग के कर्मचारी एहसान-उर-रहीम उर्फ दानिश से संपर्क स्थापित किया। व्हाट्सएप, टेलीग्राम और स्नैपचैट जैसे प्लेटफॉर्म्स के जरिए वह पाकिस्तानी एजेंटों से जुड़ी रही।

जासूसी का जाल: कैसे शुरू हुई कहानी?

सिविल लाइंस पुलिस थाने में 16 मई 2025 को दर्ज प्राथमिकी के अनुसार, ज्योति मल्होत्रा 2023 में पाकिस्तान वीजा के लिए दिल्ली स्थित पाकिस्तान उच्चायोग गई थी। वहां उनकी मुलाकात दानिश से हुई, जो बाद में उनके हैंडलर बने। दानिश ने ज्योति को पाकिस्तानी खुफिया एजेंट अली अहवान, शाकिर, और राणा शाहबाज से मिलवाया। संदेह से बचने के लिए ज्योति ने शाहबाज का नंबर ‘जट रंधावा’ के नाम से सेव किया था।

ज्योति ने दो बार पाकिस्तान की यात्रा की, जहां अली अहवान ने उनके ठहरने और यात्रा की व्यवस्था की। इन यात्राओं के दौरान उन्होंने पाकिस्तानी सुरक्षा और खुफिया अधिकारियों से मुलाकात की और भारत से संबंधित संवेदनशील जानकारी साझा की। जांच में पता चला कि वह दिल्ली में भी दानिश से कई बार मिलीं और एन्क्रिप्टेड प्लेटफॉर्म्स के जरिए लगातार संपर्क में थीं।

सोशल मीडिया का दुरुपयोग

ज्योति का यूट्यूब चैनल ‘ट्रैवल विद जो’ 3.77 लाख सब्सक्राइबर्स के साथ लोकप्रिय है। उनके इंस्टाग्राम पर 1.31 लाख फॉलोअर्स हैं। उनके अधिकांश वीडियो पाकिस्तान की यात्राओं पर केंद्रित हैं, जहां उन्होंने वहां की संस्कृति, भोजन और बाजारों को सकारात्मक रूप से दिखाया। जांच एजेंसियों का मानना है कि विदेशी एजेंटों ने उनके प्रभावशाली सोशल मीडिया प्रोफाइल का उपयोग भारत विरोधी प्रचार और जासूसी के लिए किया।

आरोप: ज्योति पर भारतीय सैन्य ठिकानों, ऑपरेशन सिंदूर, और अन्य रणनीतिक स्थानों की जानकारी साझा करने का आरोप है। उनके खिलाफ भारतीय न्याय संहिता (BNS) की धारा 152 और ऑफिशियल सीक्रेट्स एक्ट 1923 की धाराओं 3, 4, और 5 के तहत मामला दर्ज किया गया है।

पाकिस्तानी अधिकारी का निष्कासन

13 मई 2025 को भारत सरकार ने दानिश को जासूसी गतिविधियों के लिए ‘अवांछित व्यक्ति’ घोषित कर देश से निष्कासित कर दिया। इससे पहले ज्योति ने दिल्ली में पाकिस्तान उच्चायोग की इफ्तार पार्टी में हिस्सा लिया था, जहां उन्होंने दानिश और अन्य अधिकारियों से मुलाकात की। इस मुलाकात का वीडियो भी उनके यूट्यूब चैनल पर अपलोड किया गया था।

बड़ा जासूसी नेटवर्क

ज्योति की गिरफ्तारी हरियाणा और पंजाब में सक्रिय एक बड़े जासूसी नेटवर्क का हिस्सा है। अब तक छह लोगों को गिरफ्तार किया गया है, जिनमें पंजाब के मलेरकोटला की गजाला और यामीन मोहम्मद शामिल हैं। एक दिन पहले कैथल से 25 वर्षीय स्नातकोत्तर छात्रा और पानीपत से 24 वर्षीय नोमान इलाही को भी इसी तरह के आरोपों में गिरफ्तार किया गया था।

पुलिस का कहना है कि यह नेटवर्क सोशल मीडिया और सामान्य नागरिकों का उपयोग कर जासूसी और साइबर युद्ध के लिए काम कर रहा था। ज्योति के मोबाइल और लैपटॉप से संदिग्ध सामग्री बरामद हुई है, जिसकी गहन जांच चल रही है।

कानूनी कार्रवाई और भविष्य

ज्योति से पूछताछ जारी है ताकि इस नेटवर्क के अन्य सदस्यों और उनकी गतिविधियों का पता लगाया जा सके। हिसार पुलिस ने मामला आर्थिक अपराध शाखा को सौंप दिया है। यह मामला राष्ट्रीय सुरक्षा के लिए गंभीर खतरे को उजागर करता है, जहां सोशल मीडिया जैसे आधुनिक मंच जासूसी का हथियार बन रहे हैं।

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