पुणे। महाराष्ट्र के पुणे जिले में रविवार को इंद्रायणी नदी पर बने पुराने पुल का एक हिस्सा अचानक टूटकर नदी में समा गया। यह दिल दहला देने वाली घटना मावल तालुका के कुंडमाला क्षेत्र में हुई, जब बड़ी संख्या में स्थानीय लोग और पर्यटक छुट्टी का दिन बिताने यहां पहुंचे थे। हादसे के वक्त पुल पर भारी भीड़ मौजूद थी और प्रत्यक्षदर्शियों के मुताबिक 25 से अधिक लोग नदी की तेज धारा में बह गए हैं। अब तक 5 मौतों की पुष्टि हो चुकी है, जबकि कई लोगों की तलाश अब भी जारी है।
यह हादसा रविवार दोपहर करीब 3:40 बजे हुआ, जब लोग पुल पर खड़े होकर सेल्फी और प्राकृतिक दृश्य का आनंद ले रहे थे। तभी अचानक पुल का एक हिस्सा भरभराकर गिर पड़ा। कुछ लोग नीचे पत्थरों पर आ गिरे, जिनमें से कई गंभीर रूप से घायल हैं, जबकि अनेक लोग नदी की लहरों में समा गए।
स्थानीय पुलिस, एसडीआरएफ, और गोताखोरों की टीमें तेजी से बचाव कार्य में जुटी हैं, लेकिन तेज बहाव के कारण राहत कार्यों में लगातार दिक्कतें आ रही हैं। अब तक 5–6 लोगों को सुरक्षित निकाला जा चुका है, लेकिन शेष लोगों की तलाश एक चुनौती बनी हुई है।
प्रत्यक्षदर्शियों और स्थानीय लोगों का कहना है कि पुल की हालत काफी समय से खराब थी। कई बार प्रशासन को इसकी शिकायतें दी गई थीं, लेकिन नजरअंदाज कर दिया गया। बीते दिनों में हुई भारी बारिश के कारण इंद्रायणी नदी उफान पर थी, जिससे यह जर्जर पुल टूट गया और यह भीषण त्रासदी सामने आ गई।
राज्य के मुख्यमंत्री देवेंद्र फडणवीस ने घटना पर दुख जताया है और कहा है कि लापता लोगों की तलाश के लिए हर संभव प्रयास किए जा रहे हैं। उन्होंने प्रशासन को सख्त निर्देश दिए हैं कि राहत और बचाव कार्य में किसी भी तरह की कोताही न बरती जाए। स्थानीय स्वयंसेवी संगठन भी इस अभियान में जुटे हुए हैं।
इस हादसे ने एक बार फिर प्रशासनिक लापरवाही और बुनियादी ढांचे की अनदेखी को उजागर कर दिया है। कई सवाल उठ रहे हैं—अगर समय रहते इस पुल की मरम्मत कर दी जाती, तो क्या यह हादसा टाला जा सकता था? इस दर्दनाक घटना ने कई परिवारों को उजाड़ दिया है, और अब पूरा देश इन पीड़ितों के लिए दुआ कर रहा है।
إرسال تعليق