नई दिल्ली। कोरोना वायरस एक बार फिर देश में अपने पैर पसारता नजर आ रहा है। केंद्रीय स्वास्थ्य मंत्रालय द्वारा बुधवार को जारी ताज़ा आंकड़ों के मुताबिक, बीते 24 घंटों में कोविड-19 के 306 नए मामले सामने आए हैं, जिससे सक्रिय मामलों की संख्या बढ़कर 7,121 हो गई है। विशेषज्ञों का कहना है कि इस अचानक बढ़ोतरी के पीछे कई नए और तेजी से फैलने वाले वेरिएंट जिम्मेदार हैं।
केरल बना हॉटस्पॉट, दिल्ली-गुजरात में भी तेजी
छह और मौतें, तीन राज्य सबसे अधिक प्रभावित
इस घातक वायरस ने एक बार फिर जानें ली हैं। बीते दिन छह मरीजों की मौत दर्ज की गई — जिनमें से तीन केरल, दो कर्नाटक और एक महाराष्ट्र से हैं। भले ही अभी अस्पताल में भर्ती होने वालों की संख्या कम हो, लेकिन मौतों का आंकड़ा किसी बड़े खतरे की चेतावनी दे रहा है।
नए वेरिएंट्स: एलएफ.7, एक्सएफजी, जेएन.1 और एनबी.1.8.1
स्वास्थ्य अधिकारियों के अनुसार, संक्रमण की मौजूदा लहर एलएफ.7, एक्सएफजी, जेएन.1 और हाल ही में पहचाने गए एनबी.1.8.1 सबवेरिएंट के चलते फैल रही है। इन वेरिएंट्स की संक्रामकता ज्यादा होने की आशंका जताई जा रही है, हालांकि फिलहाल अस्पतालों पर दबाव उतना नहीं है।
फिर याद आए कोविड नियम: मास्क और सतर्कता जरूरी
स्वास्थ्य मंत्रालय और विशेषज्ञों ने आम जनता से कोविड-उपयुक्त व्यवहार अपनाने की अपील की है। इसमें
-
मास्क पहनना
-
बार-बार हाथ धोना
-
भीड़भाड़ वाले इनडोर स्थानों से बचनाशामिल हैं।
विशेषज्ञों ने यह भी कहा है कि मौसमी वायरल बुखार और कोविड संक्रमण के लक्षणों में भेद करना इस समय बेहद जरूरी है, ताकि समय पर उचित इलाज मिल सके।
📢 सावधानी ही सुरक्षा है
कोविड की वापसी की आहट को हल्के में न लें। स्वास्थ्य मंत्रालय की गाइडलाइंस का पालन करें और लक्षण नजर आने पर तुरंत जांच कराएं।
Post a Comment