"ऊर्जा मंत्री प्रद्युम्न तोमर का सख्त एक्शन: बिजली शिकायतों पर देरी नहीं सहेंगे, हर रात अफसरों को करना होगा फील्ड विजिट"

जबलपुर। मध्यप्रदेश के ऊर्जा मंत्री प्रद्युम्न सिंह तोमर ने बिजली आपूर्ति में आ रही बाधाओं और कॉल सेंटर के माध्यम से मिल रही उपभोक्ता शिकायतों के निराकरण में हो रही देरी पर नाराजगी जताई है। उन्होंने स्पष्ट निर्देश दिए हैं कि अब प्रबंध संचालक से लेकर कार्यपालन स्तर तक के सभी अधिकारी हर रात फील्ड विजिट कर बिजली की वास्तविक स्थिति का आकलन करें और निरीक्षण रिपोर्ट सीधे उनके कार्यालय में प्रस्तुत करें।


ऊर्जा मंत्री बुधवार को वीडियो कॉन्फ्रेंसिंग के माध्यम से आयोजित उच्च स्तरीय बैठक में बोल रहे थे। इस बैठक में एमपी पॉवर मैनेजमेंट कंपनी के प्रबंध संचालक अवनीश लवानिया सहित प्रदेश की सभी विद्युत कंपनियों के एमडी, क्षेत्रीय मुख्य अभियंता और मुख्य महाप्रबंधक शामिल हुए।

बिजली सुधार की कमान खुद संभाली मंत्री ने

बैठक में श्री तोमर ने अधिकारियों को निर्देश दिए कि –

  • शिकायतों के त्वरित और गुणवत्तापूर्ण समाधान के लिए तकनीकी टीमों की संख्या बढ़ाई जाए।

  • बिजली कटौती व मरम्मत कार्यों की जानकारी स्थानीय जनप्रतिनिधियों, मीडिया और सोशल मीडिया पर समय रहते साझा की जाए।

  • फील्ड ऑफिसर उपभोक्ताओं के कॉल अनिवार्य रूप से अटेंड करें।

  • लोड बढ़ाने जैसी प्रक्रियाओं को लेकर उपभोक्ताओं को जागरूक किया जाए।

मंत्री कार्यालय में अस्थायी कॉल-सेंटर शुरू

बिजली संकट के दौरान उपभोक्ताओं की मदद के लिए मंत्री कार्यालय में भी आगामी तीन माह के लिए एक अस्थायी कॉल सेंटर शुरू किया गया है। इसका नंबर 0755-4344299 है। ऊर्जा मंत्री ने उपभोक्ताओं से अपील की है कि वे सबसे पहले बिजली कंपनी के मुख्य कॉल सेंटर 1912 पर शिकायत दर्ज कराएं और उसका रजिस्ट्रेशन नंबर मंत्री कार्यालय के सेंटर को भी दें।

मंत्री के तेवर सख्त, व्यवस्था सुधार को दिए साफ संकेत

श्री तोमर के इस तेवर से यह स्पष्ट संकेत मिल रहे हैं कि अब बिजली आपूर्ति व्यवस्था में ढिलाई नहीं चलेगी। अधिकारी लापरवाही बरतेंगे तो सीधे कार्रवाई का सामना करेंगे। आमजन से जुड़े इस महत्वपूर्ण मसले को लेकर मंत्री के सख्त कदम से उपभोक्ताओं में भी उम्मीद जगी है कि अब उनकी शिकायतें अनसुनी नहीं रहेंगी।

Post a Comment

أحدث أقدم