📌 क्या है पूरा मामला?
जानकारी के अनुसार, दादरपुर गांव में धार्मिक प्रवचन करने आए दो कथावाचकों के साथ कुछ स्थानीय लोगों ने बेबुनियाद आरोप लगाते हुए मारपीट की, बाल काटे और उनका सार्वजनिक अपमान किया। घटना के बाद पीड़ितों ने थाने में शिकायत दर्ज कराई थी।
🗣️ पुलिस अधीक्षक ने दी जानकारी
वरिष्ठ पुलिस अधीक्षक बृजेश कुमार श्रीवास्तव ने प्रेस को बताया कि इस अमानवीय घटना को लेकर पुलिस ने गंभीरता से जांच करते हुए चार आरोपियों को गिरफ्तार कर लिया है। शेष आरोपियों की पहचान की जा रही है और उन्हें भी शीघ्र ही गिरफ्तार किया जाएगा।
“कथावाचकों के साथ इस प्रकार का व्यवहार समाज की धार्मिक सहिष्णुता और कानून-व्यवस्था के लिए खतरा है। किसी को भी कानून अपने हाथ में लेने की अनुमति नहीं दी जा सकती,” — एसएसपी श्रीवास्तव
🔍 अपराधियों पर लगे धाराएं
पुलिस ने चारों आरोपियों पर धारा 295A (धार्मिक भावनाएं भड़काने), धारा 323 (मारपीट), धारा 506 (धमकी) समेत आईटी एक्ट और सार्वजनिक अपमान से जुड़ी धाराओं में मुकदमा दर्ज किया है।
⚖️ पीड़ितों को मिलेगा न्याय
पीड़ित कथावाचकों ने प्रशासन से सख्त कार्रवाई और सुरक्षा की मांग की है। जिला प्रशासन ने पीड़ितों को न्याय दिलाने और भविष्य में ऐसी घटनाएं न हों, इसके लिए गांव में कानून-व्यवस्था बनाए रखने के निर्देश जारी किए हैं।
📣 सामाजिक संगठनों की निंदा
धार्मिक और सामाजिक संगठनों ने इस घटना की कड़ी निंदा की है और दोषियों को कड़ी सजा देने की मांग की है। लोगों का कहना है कि कथावाचक समाज के आध्यात्मिक मार्गदर्शक होते हैं और उनके साथ ऐसा व्यवहार भारतीय संस्कृति और परंपरा के विरुद्ध है।
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