बापू सभागार में हुई ऐतिहासिक घोषणा
यह महत्वपूर्ण घोषणा पटना के बापू सभागार में आयोजित राजद की राष्ट्रीय परिषद की बैठक में की गई, जिसकी अध्यक्षता पार्टी के राष्ट्रीय निर्वाचन पदाधिकारी डॉ. रामचंद्र पूर्वे ने की। लालू यादव को अध्यक्ष बनने पर प्रमाण पत्र और पुष्पगुच्छ भेंट कर सम्मानित किया गया। इस दौरान मंच पर लालू यादव के साथ पूर्व मुख्यमंत्री राबड़ी देवी भी मौजूद रहीं। दोनों ने मंच से कार्यकर्ताओं का अभिवादन किया।
कोई अन्य नामांकन नहीं, लालू निर्विरोध
लालू यादव ने 23 जून को पटना स्थित राजद कार्यालय में अध्यक्ष पद के लिए नामांकन दाखिल किया था। उनके खिलाफ किसी भी अन्य नेता ने नामांकन नहीं किया, जिससे वे निर्विरोध निर्वाचित हुए। यह उनके नेतृत्व पर पार्टी की सर्वसम्मति और विश्वास का प्रमाण माना जा रहा है।
1997 से लगातार अध्यक्ष, पार्टी को रखा मजबूत
गौरतलब है कि लालू प्रसाद यादव ने 1997 में जनता दल से अलग होकर राजद की स्थापना की थी और तभी से वे पार्टी के अध्यक्ष हैं। पिछले 28 वर्षों में, लालू यादव ने पार्टी को विभिन्न राजनीतिक चुनौतियों से उबारते हुए राष्ट्रीय पटल पर एक मजबूत क्षेत्रीय शक्ति के रूप में खड़ा किया है।
बिहार चुनाव की रणनीति का संकेत
राजद की यह बैठक आगामी बिहार विधानसभा चुनाव की दृष्टि से भी बेहद महत्वपूर्ण मानी जा रही है। लगातार बढ़ती राजनीतिक गतिविधियों और विपक्षी एकजुटता की चर्चाओं के बीच, लालू यादव का फिर से अध्यक्ष बनना पार्टी को संगठित करने और रणनीति तय करने की दिशा में निर्णायक कदम माना जा रहा है।
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