✈️ AI-171 विमान हादसा: पायलटों की बातचीत से खुला बड़ा राज
यह विमान हादसा भारत के पिछले 40 वर्षों में सबसे भयानक साबित हुआ, जिसमें 260 लोगों की जान गई। केवल एक यात्री ही चमत्कारिक रूप से बच सका।
🎙 कॉकपिट वॉयस रिकॉर्डर से उभरी चौंकाने वाली बातचीत
इससे हादसे में मानवीय त्रुटि, यांत्रिक खराबी या सॉफ्टवेयर रनअवे त्रुटि की संभावनाएं खुलती हैं।
🛑 केवल 32 सेकंड की उड़ान, 650 फीट की ऊँचाई
⚙ तकनीकी स्थिति: सब कुछ सामान्य, फिर भी सवाल बरकरार
रिपोर्ट में कहा गया है कि –
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मौसम सामान्य था
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उपकरण सही थे
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ईंधन में कोई संदूषण नहीं
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दोनों पायलट फिट और ब्रेथलाइज़र टेस्ट पासफिर भी, फ्यूल स्विच का स्वत: बंद हो जाना रहस्य बना हुआ है।
⚡ RAT (रैम एयर टरबाइन) की तैनाती
👨✈️ विशेषज्ञों में मतभेद
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विमान सुरक्षा विशेषज्ञ मार्क डी मार्टिन ने इसे सॉफ्टवेयर बग या "फ्यूल स्विच रनअवे" बताया।
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कैप्टन रंगनाथन ने मानसिक स्वास्थ्य के कोण से संभावित जानबूझकर की गई कार्रवाई की ओर इशारा किया, जैसा जर्मनविंग्स हादसे में हुआ था।
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ALPA (पायलट एसोसिएशन) ने जांच को पक्षपाती बताते हुए पायलट दोषी ठहराने की जल्दबाजी पर सवाल उठाए।
🗣 सरकार और एयर इंडिया की प्रतिक्रिया
नागर विमानन मंत्री किंजरापु राम मोहन नायडू ने कहा –
“प्रारंभिक निष्कर्षों पर भरोसा करने की बजाय अंतिम रिपोर्ट का इंतजार किया जाना चाहिए।”
एयर इंडिया ने सभी पीड़ित परिवारों के प्रति संवेदना व्यक्त करते हुए जांच में पूर्ण सहयोग देने की बात कही।
बोइंग और GE ने अब तक कोई सुधारात्मक कदम नहीं सुझाया क्योंकि कोई प्रत्यक्ष तकनीकी खामी सिद्ध नहीं हुई।
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