बारिश में दलदल, पैदल चलना भी बना दूभर
ग्रामीणों का कहना है कि यह सड़क हर वर्ष बारिश के मौसम में कीचड़ का दलदल बन जाती है। स्थिति इतनी बदतर है कि न वाहन निकल सकते हैं और न ही पैदल चलना संभव है। बच्चों की स्कूल वैन, गैस टंकी की गाड़ी जैसी आवश्यक सेवाएं भी प्रभावित हो रही हैं।
पंचायत व तहसील की लापरवाही बनी मुसीबत की जड़
ग्रामीणों ने बताया कि कई बार पंचायत से गुहार लगाई गई, लेकिन सरपंच और सचिव द्वारा “नक्शे में मार्ग दर्ज नहीं है” कहकर टाल दिया जाता है। वहीं, पंचायत प्रतिनिधि विजय वारे ने खुलासा किया कि विधायक राजकुमार कर्राहे ने तीन महीने पहले ही तहसीलदार को रास्ता नक्शे में दर्ज करने के निर्देश दिए थे, लेकिन अब तक कोई कार्रवाई नहीं हुई।
100 साल पुराना रास्ता फिर भी नक्शे से गायब!
उप सरपंच पवन कश्यप ने बताया कि यह मार्ग करीब 100 वर्ष पुराना है, फिर भी राजस्व नक्शे में दर्ज नहीं है। बीते साल भी ग्रामीणों ने विरोध स्वरूप मार्ग में पौधारोपण कर अपनी पीड़ा व्यक्त की थी, लेकिन समाधान नहीं निकला।
विधायक कर्राहे ने दिए सख्त निर्देश
लांजी-किरनापुर विधानसभा के विधायक राजकुमार कर्राहे ने सरपंच और सचिव को फटकार लगाते हुए तत्काल कार्रवाई के निर्देश दिए हैं। उनका कहना है कि “ग्रामीणों की शिकायत पर दोबारा संबंधित अधिकारियों को निर्देशित किया गया है, जल्द समाधान सुनिश्चित किया जाएगा।”
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