विश्व खेल पत्रकारिता दिवस पर रानी दुर्गावती विश्वविद्यालय में संगोष्ठी का आयोजन, विशेषज्ञों ने बताए करियर के अवसर और चुनौतियां
जबलपुर। खेलों में करियर केवल मैदान पर नहीं, बल्कि कलम के जरिए भी गढ़ा जा सकता है। यदि युवाओं में खेलों के प्रति रुचि है और वे विश्लेषणात्मक सोच के साथ लेखन में निपुण हैं, तो खेल पत्रकारिता उनके लिए एक सुनहरा विकल्प हो सकता है। यह बात रानी दुर्गावती विश्वविद्यालय के कुलगुरू प्रो. राजेश कुमार वर्मा ने विश्व खेल पत्रकारिता दिवस पर आयोजित संगोष्ठी के उद्घाटन सत्र में कही।
खेलों की दुनिया में मीडिया की अहम भूमिका
‘खेल पत्रकारिता के दायित्व और चुनौतियां’ विषय पर विश्वविद्यालय के संचार अध्ययन एवं शोध विभाग, महाकोशल क्रीड़ा परिषद एवं प्रोफेशनली एजुकेटेड जर्नालिस्ट एसोसिएशन के संयुक्त तत्वावधान में संगोष्ठी का आयोजन किया गया।
मुख्य वक्ता आकाशवाणी के पूर्व एडीजे श्री राजीव शुक्ला ने कहा कि 2 जुलाई को हर वर्ष विश्व खेल पत्रकारिता दिवस मनाया जाता है, ताकि खेल मीडिया से जुड़े लोगों के योगदान को सराहा जा सके और उन्हें प्रेरणा दी जा सके। उन्होंने बताया कि खेल पत्रकारिता का उद्देश्य केवल रिपोर्टिंग नहीं, बल्कि खेल संस्कृति का विस्तार और निष्पक्ष जानकारी देना भी है।
खेल पत्रकार: मैदान के बाहर का योद्धा
विशिष्ट वक्ता मप्र राज्य विद्युत मंडल के जनसंपर्क अधिकारी श्री पंकज स्वामी ने कहा कि खेल पत्रकार मैदान के बाहर बैठकर पूरे खेल जगत की तस्वीर दर्शकों तक पहुंचाते हैं। डिजिटल मीडिया के दौर में खेल पत्रकारिता का दायरा तेजी से बढ़ा है। पहले जहां खेल समाचार अखबारों के एक कोने में सिमटे रहते थे, आज खेलों पर आधारित टीवी चैनल, वेबसाइट्स और पोडकास्ट्स लाखों दर्शकों को जोड़ रहे हैं।
खेल पत्रकारिता का इतिहास और महत्व
कार्यक्रम में कुलसचिव डॉ. आर.के. बघेल ने सभी को शुभकामनाएं देते हुए कहा कि खेल पत्रकारिता युवाओं को वैश्विक स्तर पर खेलों से जोड़ने का मंच देती है। विभागाध्यक्ष प्रो. धीरेन्द्र पाठक ने बताया कि 2 जुलाई 1924 को पेरिस ओलंपिक के दौरान पहली बार यह दिन मनाया गया था और 1994 में AIPS (International Sports Press Association) ने इसे औपचारिक रूप से घोषित किया।
छात्रों ने दिखाई सहभागिता
कार्यक्रम का संचालन बीजेसी की छात्रा कल्याणी ठाकुर ने किया और आभार प्रदर्शन महाकोशल क्रीड़ा परिषद के संस्थापक डॉ. प्रशांत मिश्र ने किया।
इस अवसर पर पत्रकारिता विभाग के डॉ. संजीव श्रीवास्तव, डॉ. मोहम्मद जावेद, डॉ. शैलेष प्रसाद, डॉ. मोहनिका गजभिए सहित बीजेसी, एमजेसी और एमएएमसी के छात्र-छात्राएं बड़ी संख्या में उपस्थित रहे।
- अक्षर सत्ता - तेज तर्रार आपका अख़बार, जनता के हक़ का पहरेदार
- अक्षर सत्ता के लिए समाचार, प्रेस विज्ञप्ति, लेख, कविता, कवरेज और विज्ञापन के लिए व्हाट्स अप नंबर 9424755191 पर भेजिए।
- संपादक दयाल चंद यादव (एमसीजे)
एक टिप्पणी भेजें