17 साल पुराना गुमशुदगी का मामला
पुलिस के अनुसार, यह बालिका नवंबर 2008 में गुम हुई थी, जिसके बाद उनके परिवार ने थाना वारासिवनी में गुमशुदगी की रिपोर्ट दर्ज कराई थी। पिछले 17 वर्षों में पुलिस ने कई बार तलाश की, लेकिन कोई ठोस सुराग नहीं मिला।
ऑपरेशन मुस्कान के तहत गठित विशेष टीम
पुलिस अधीक्षक श्री आदित्य मिश्रा के निर्देश पर ऑपरेशन मुस्कान के तहत एक विशेष टीम का गठन किया गया। इस टीम ने मामले को गंभीरता से लिया और गुमशुदा बालिका की खोज के लिए व्यापक स्तर पर जांच शुरू की। टीम ने 60 से अधिक लोगों से पूछताछ की और कई राज्यों में तलाशी अभियान चलाया।
1300 किलोमीटर की यात्रा और सफलता
पुलिस की मेहनत और लगन रंग लाई, जब टीम ने 1300 किलोमीटर से अधिक की दूरी तय कर बालिका को खोज निकाला। अब एक वयस्क महिला बन चुकी बालिका को सुरक्षित रूप से उनके परिवार से मिलाया गया। परिवार के सदस्यों ने इस भावनात्मक पुनर्मिलन पर पुलिस का हृदय से आभार व्यक्त किया।
पुलिस अधीक्षक का बयान
पुलिस अधीक्षक आदित्य मिश्रा ने कहा, "ऑपरेशन मुस्कान के तहत हमारा लक्ष्य गुमशुदा बच्चों और व्यक्तियों को उनके परिवारों से मिलाना है। यह मामला चुनौतीपूर्ण था, लेकिन हमारी टीम की दृढ़ता और समर्पण ने इसे संभव बनाया। यह पुलिस के लिए गर्व का क्षण है।"
सामाजिक प्रभाव
थाना वारासिवनी पुलिस की इस उपलब्धि ने न केवल एक परिवार को उनका खोया हुआ सदस्य वापस दिलाया, बल्कि समाज में पुलिस के प्रति विश्वास को भी मजबूत किया। ऑपरेशन मुस्कान के तहत किए गए इस कार्य की क्षेत्र में व्यापक सराहना हो रही है।
अक्षर सत्ता की प्रतिबद्धता
अक्षर सत्ता निष्पक्ष और विश्वसनीय पत्रकारिता के जरिए समाज में सकारात्मक बदलाव लाने के लिए प्रतिबद्ध है। हमारा उद्देश्य जनहित से जुड़े मुद्दों को उजागर करना और सत्य को सामने लाना है। इस समाचार के माध्यम से हमारा प्रयास है कि देशभर के पाठकों को समय पर सटीक और विश्वसनीय जानकारी प्राप्त हो।

एक टिप्पणी भेजें