देश की आजादी की 79वीं वर्षगांठ: अमृत महोत्सव
एसडीएम कमलचंद सिंहसार ने उपस्थित लोगों को स्वतंत्रता दिवस की हार्दिक शुभकामनाएं दीं। उन्होंने अपने संबोधन में कहा, "15 अगस्त 1947 का यह पावन दिन हमारे देश के इतिहास में स्वर्णिम अक्षरों में अंकित है, जब भारत गुलामी की बेड़ियों से मुक्त होकर स्वतंत्र हुआ।" उन्होंने इस वर्ष स्वतंत्रता दिवस को 'आजादी का अमृत महोत्सव' के रूप में मनाए जाने पर जोर देते हुए कहा कि यह अवसर हमें देश की एकता, अखंडता और समृद्धि के लिए संकल्प लेने का है।
शहीदों को श्रद्धांजलि और राष्ट्र के प्रति संकल्प
एसडीएम ने स्वतंत्रता संग्राम के शहीदों को श्रद्धांजलि अर्पित करते हुए कहा, "हमारे वीर सपूतों ने भारत माता को गुलामी की जंजीरों से मुक्त कराने के लिए अपने प्राणों की आहुति दी। उनकी कुर्बानियों के कारण आज हम स्वतंत्र भारत में खुली हवा में सांस ले रहे हैं।" उन्होंने आगे कहा कि कृतज्ञ राष्ट्र इन बलिदानों को कभी नहीं भूलेगा। उन्होंने सभी नागरिकों से राष्ट्र की एकता और अखंडता को बनाए रखने के लिए एकजुट होने का आह्वान किया।
समारोह में सांस्कृतिक कार्यक्रम और मार्च पास्ट
समारोह में स्कूली बच्चों द्वारा देशभक्ति से ओतप्रोत सांस्कृतिक कार्यक्रम प्रस्तुत किए गए, जिन्होंने उपस्थित लोगों का मन मोह लिया। मार्च पास्ट में शामिल जवानों ने अनुशासन और देशभक्ति का शानदार प्रदर्शन किया। कार्यक्रम में भानेगांव सहित आसपास के क्षेत्रों से बड़ी संख्या में लोग शामिल हुए।
हर घर तिरंगा अभियान
इस अवसर पर 'हर घर तिरंगा' अभियान के तहत तहसील कार्यालय और आसपास के क्षेत्रों में तिरंगे की शोभा देखते ही बन रही थी। एसडीएम ने लोगों से अपील की कि वे इस अभियान को और अधिक उत्साह के साथ अपनाएं और अपने घरों पर तिरंगा फहराकर देशभक्ति का संदेश फैलाएं।
लांजी में आयोजित यह स्वतंत्रता दिवस समारोह देशभक्ति और एकता का प्रतीक बना। एसडीएम कमलचंद सिंहसार के नेतृत्व में आयोजित इस कार्यक्रम ने न केवल स्वतंत्रता संग्राम के शहीदों को याद किया, बल्कि आने वाली पीढ़ियों को राष्ट्र के प्रति समर्पण और एकता का संदेश भी दिया।

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