गायत्री साधना और यज्ञ का महत्व
इस अवसर पर गायत्री साधना जाप और 1 कुंडीय गायत्री यज्ञ का आयोजन किया गया, जो न केवल धार्मिक और आध्यात्मिक दृष्टि से महत्वपूर्ण है, बल्कि समाज में एकता, शांति और सामाजिक समरसता को बढ़ावा देने में भी सहायक है। कार्यक्रम के दौरान जन्म शताब्दी वर्ष 2026 के संदर्भ में भी विचार-विमर्श किया गया, जिसमें गायत्री परिवार के भविष्य के लक्ष्यों और योजनाओं पर चर्चा हुई।
आध्यात्मिकता के साथ सामाजिक उत्थान
गायत्री शक्तिपीठ लांजी द्वारा आयोजित यह अनुष्ठान आध्यात्मिक जागरूकता के साथ-साथ सामाजिक उत्थान का भी प्रतीक है। गायत्री यज्ञ और साधना के माध्यम से साधकों ने न केवल व्यक्तिगत शुद्धि और आत्मिक उन्नति की दिशा में कदम बढ़ाया, बल्कि समाज में सकारात्मकता और नैतिक मूल्यों को प्रोत्साहित करने का संदेश भी दिया।
अक्षर सत्ता: सत्य और विश्वसनीयता की प्रतिबद्धता
अक्षर सत्ता निष्पक्ष और विश्वसनीय पत्रकारिता के माध्यम से समाज में सकारात्मक बदलाव लाने के लिए कटिबद्ध है। हमारा उद्देश्य जनहित से जुड़े मुद्दों को उजागर करना और सत्य को जन-जन तक पहुंचाना है। इस समाचार के माध्यम से हमारा प्रयास है कि देशभर के पाठकों को समय पर सटीक और विश्वसनीय जानकारी प्राप्त हो।
अक्षर सत्ता – सत्य की आवाज़, जनता का विश्वास!
إرسال تعليق