हालांकि, हाल ही में कला वीथिका के किराए में की गई वृद्धि ने इन संस्थाओं और कलाकारों के लिए कार्यक्रम आयोजित करना मुश्किल कर दिया है। इससे शहर की उभरती प्रतिभाओं को प्रोत्साहन मिलने की प्रक्रिया पर विपरीत प्रभाव पड़ने की आशंका है।
शहर कांग्रेस सेवा दल के प्रवक्ता जितेंद्र यादव ने इस निर्णय की कड़ी निंदा करते हुए कहा, "सरकार ने पहले शिक्षा और व्यापार को नुकसान पहुंचाया, बेरोजगारी बढ़ाई, और अब कलाकारों को भी हाशिए पर धकेलने का प्रयास कर रही है। यह निंदनीय है।"
शहर कांग्रेस सेवा दल, संयुक्त पिछड़ा वर्ग मोर्चा, जबलपुर कांग्रेस परिवार और शहर के कला प्रेमियों ने इस किराया वृद्धि का पुरजोर विरोध करने का ऐलान किया है। शहर कांग्रेस सेवा दल अध्यक्ष सतीश तिवारी, प्रवक्ता जितेंद्र यादव, संयुक्त मोर्चा पिछड़ा वर्ग के संयोजक राम रतन यादव, प्रिंस सलूजा, अशोक यादव, बैजनाथ कुशवाहा, घनश्याम यादव, नोखेलाल प्रजा, धर्मेंद्र कुशवाहा, एड. मीनाक्षी स्वामी, उमेश पटेल, राकेश चक्रवर्ती, इंद्र कुमार पटेल, किशोरी लाल भलावी, सीताराम पटेल, भगवान दास पटेल, कैलाश यादव, इंद्र कुमार कुलस्ते, नेम सिंह, कन्हैया कोष्टा, अरविंद कुशवाहा, अनुराग सिंह, शैलेश लोधी, प्रमोद चौरसिया, एड. परमानंद साहू, देवेंद्र यादव, रीना विश्वकर्मा, विनय नेमा, अखिलेश यादव, संजय सेन, अश्वनी जायसवाल, एड. नरेश चक्रवर्ती, मुरारी चक्रवर्ती, सुंदर बाबा, रमेश रजक, इमाम खान, मोहम्मद इरफान, रिजवान अंसारी, मेहंदी हसन, नरेश बारी, डॉ. बालमुकुंद यादव, प्रमोद सेन, राजेंद्र पिल्ले, एड. शारदा यादव, मूलचंद मोदी, तुलसी चमके, राजेश भंवरी, आकाश यादव, एड. देवेंद्र साहू, श्याम सोलंकी, अशोक राय, और अनिल गुप्ता सहित अनेक समाजसेवियों ने जिला प्रशासन से अपील की है कि वह इस मामले का संज्ञान ले और तत्काल प्रभाव से कला वीथिका के बढ़े हुए किराए को निरस्त करे।
उन्होंने चेतावनी दी है कि यदि यह मांग पूरी नहीं हुई, तो सभी सदस्य आंदोलन करने के लिए बाध्य होंगे।
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