सर्वाधिक विजेता नवोदय वारासिवनी से
इस अभियान में नवोदय विद्यालय के विद्यार्थियों ने उत्साहपूर्ण भागीदारी निभाई और "दीनदयाल स्पर्श योजना" के तहत वर्ष 2023-24 और 2024-25 में 6,000 रुपये की स्कॉलरशिप हासिल की। यह उपलब्धि विद्यार्थियों की जिज्ञासा, परिश्रम और शिक्षकों के समर्पित मार्गदर्शन का परिणाम है। इस उपलब्धि को चिह्नित करने के लिए विद्यालय प्रांगण में एक भव्य पुरस्कार वितरण समारोह आयोजित किया गया। समारोह में प्राचार्य रणवीर सिंह ने विजेता विद्यार्थियों को पुरस्कार और प्रमाण-पत्र प्रदान किए और उनके उज्ज्वल भविष्य की कामना की। उन्होंने इस उपलब्धि को विद्यालय के इतिहास में एक मील का पत्थर बताया।
शिक्षकों का मार्गदर्शन रहा महत्वपूर्ण
इस सफलता में विद्यालय के शिक्षकों की प्रतिबद्धता और प्रेरणादायक मार्गदर्शन की भूमिका अहम रही। डाक विभाग ने विशेष रूप से तीन शिक्षकों—मो. अयाज़ अंसारी (टीजीटी लाइब्रेरियन, प्रभारी फिलेटली), दीपेश कुमार जैन (टीजीटी हिंदी), और डॉ. विभीषण सिंह (टीजीटी अंग्रेजी)—को बधाई पत्र देकर सम्मानित किया।
मो. अयाज़ अंसारी ने विद्यार्थियों को फिलेटली की बारीकियों से परिचित कराया और उन्हें अनुसंधान व संग्रहण के लिए प्रेरित किया। समारोह में उन्हें पुष्पगुच्छ, शील्ड, और बधाई पत्र से सम्मानित किया गया।
दीपेश कुमार जैन ने भाषा, लेखन, और अभिव्यक्ति के माध्यम से विद्यार्थियों को रचनात्मक लेखन और प्रतियोगिता की तैयारी में सहयोग प्रदान किया।
डॉ. विभीषण सिंह ने डाक टिकटों के अंतर्राष्ट्रीय परिप्रेक्ष्य, ऐतिहासिक संदर्भ, और विषयवस्तु को समझाने में उत्कृष्ट मार्गदर्शन दिया।
इन शिक्षकों ने विद्यार्थियों को डाक टिकट संग्रहण की सूक्ष्म विधाओं, ऐतिहासिक पृष्ठभूमि, और शोध की संभावनाओं से परिचित कराकर उनकी रुचि को रचनात्मक दिशा दी।
समारोह में शामिल हुए गणमान्य व्यक्ति
4 अगस्त 2025 को शासकीय उत्कृष्ट विद्यालय, बालाघाट में आयोजित प्रमाण-पत्र वितरण समारोह में जिले भर के सफल विद्यालयों के विद्यार्थी, पालक, और शिक्षक उपस्थित रहे। कार्यक्रम में मुख्य अतिथि शरद ज्योतिषी (प्राचार्य, उत्कृष्ट विद्यालय, बालाघाट), अध्यक्ष वाय. एल. धनेंद्र (अधीक्षक, डाक संभाग, बालाघाट), और विशिष्ट अतिथि डॉ. वेंकट एल. तल्लूरी (प्राचार्य, ओजस ग्लोबल स्कूल), डॉ. युवराज रहांगडाले (सांदीपनि विद्यालय), और अशोक चौबे (सेवानिवृत्त व्याख्याता, वरिष्ठ फिलेटलिस्ट, और प्रतियोगिता संयोजक) शामिल हुए। मो. अयाज़ अंसारी को उनके उत्कृष्ट योगदान के लिए पुष्पगुच्छ और शील्ड से सम्मानित किया गया। अशोक चौबे के वर्षों के योगदान की भी सराहना की गई।
राष्ट्रीय सोच की ओर रचनात्मक कदम
फिलेटली जैसे रचनात्मक और शोधपरक विषय में विद्यार्थियों की रुचि उनके सर्वांगीण विकास की दिशा में महत्वपूर्ण है। यह पहल केवल एक शैक्षणिक गतिविधि नहीं, बल्कि इतिहास, संस्कृति, और अनुसंधान की ओर बढ़ता हुआ रचनात्मक कदम है। इस आयोजन ने सिद्ध किया कि पीएमश्री नवोदय विद्यालय, वारासिवनी के विद्यार्थी न केवल पाठ्यक्रम में, बल्कि राष्ट्रीय और ऐतिहासिक गतिविधियों में भी अपनी नेतृत्व क्षमता प्रदर्शित करने में अग्रणी हैं।

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