दस दिनों तक भक्ति और भंडारे का आयोजन
पिछले दस दिनों से समिति द्वारा प्रतिदिन पुलाव वितरण का आयोजन किया गया। 5 सितंबर को हवन-पूजन कार्यक्रम के बाद अटूट भंडारा आयोजित किया गया, जो देर रात तक चला। इस भंडारे में हजारों श्रद्धालुओं ने विघ्नहर्ता भगवान श्री गणेश का महाप्रसाद ग्रहण कर पुण्य लाभ अर्जित किया। भक्तों ने भगवान गणेश की पूजा-अर्चना की और उनका आशीर्वाद प्राप्त किया।
भव्य विसर्जन आज
6 सितंबर को भक्तिमय वातावरण में भगवान श्री गणेश की प्रतिमा का विसर्जन किया जाएगा। चांदनी चौक गणेश उत्सव समिति द्वारा आयोजित यह विसर्जन समारोह भक्ति और उत्साह का संगम होगा, जिसमें नगरवासी बड़ी संख्या में शामिल होंगे।
समिति के सदस्यों का योगदान
इस अवसर पर समिति के अध्यक्ष अनुज भंडारकर, राजा रामटेकक्कर, मनोज किरनापुरे, छोटू दुरूगकर, अमित आसटकर, दिग्विजय आसटकर, झंकार रामटेकक्कर, अनमोल तिड़के, प्रवीण दुबे, कुलदीप आसटकर, बप्पी पसीने, अनमोल बाघ, रविन्द्र आसटकर, नितिन वानखेडे, भोला पांडे, संतोष चन्ने, महेश थोटे, विक्की काढ़े, दौलत भंडारकर, और बबलू मिश्रा ने सक्रिय योगदान दिया। समिति ने कहा, "गणेश चतुर्थी का महत्व भगवान श्री गणेश की पूजा से जुड़ा है, जो ज्ञान, बुद्धि और समृद्धि प्रदान करते हैं। उनकी पूजा से मन की शांति और जीवन में सुख-समृद्धि प्राप्त होती है। यह आयोजन हमारे लिए सौभाग्य की बात है।"
भक्ति और सौहार्द्र का प्रतीक
गणेश चतुर्थी का यह उत्सव लांजी में सामाजिक सौहार्द्र और भक्ति का अनुपम उदाहरण रहा। भक्तों ने विघ्नहर्ता गणपति से सुख, शांति और समृद्धि की कामना की।
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