जबलपुर। स्वच्छता सर्वेक्षण 2024 में जबलपुर को देश का सबसे स्वच्छ शहर बनाने के लिए नगर निगम ने कमर कस ली है। निगमायुक्त श्रीमती प्रीति यादव के मार्गदर्शन में शहरभर में स्वच्छता जागरूकता अभियान तेज कर दिया गया है। इस अभियान के तहत घर-घर दस्तक देकर लोगों को स्वच्छता और नागरिक फीडबैक के महत्व को समझाया जा रहा है।
शहरवासियों से नागरिक फीडबैक देने की अपील
स्वच्छता सर्वेक्षण में नागरिक फीडबैक की अहम भूमिका होती है। मंत्रालय द्वारा जारी किए गए क्यूआर कोड और ऑनलाइन लिंक के माध्यम से नागरिक अपने फीडबैक दे सकते हैं। फीडबैक देने की प्रक्रिया में मोबाइल ओटीपी की पुष्टि जरूरी होती है, जिससे कुछ लोग भ्रमित हो जाते हैं। निगमायुक्त श्रीमती प्रीति यादव ने स्पष्ट किया कि ओटीपी आना एक सामान्य प्रक्रिया है और इससे घबराने की जरूरत नहीं है। नागरिकों से अपील की जा रही है कि वे फीडबैक देकर जबलपुर को स्वच्छता में नंबर 1 बनाने में योगदान दें।
जबलपुर में स्वच्छता को लेकर बड़े कदम
फीडबैक देने से पहले जानें ये 10 सवाल
- क्या प्रतिदिन आपके घर से कचरा उठाने कोई आता है?
- आपके क्षेत्र में सफाई की क्या स्थिति है?
- क्या आपके इलाके में कचरे के ढेर देखने को मिलते हैं?
- क्या आप सूखा और गीला कचरा अलग-अलग रखते हैं?
- क्या कचरा संग्रहणकर्ता कचरे को अलग-अलग श्रेणियों में लोड करता है?
- क्या स्थानीय अधिकारी सार्वजनिक स्थानों को स्वच्छ बनाए रखने में प्रभावी हैं?
- क्या आप कचरा पुनर्चक्रण केंद्रों के बारे में जानते हैं?
- क्या आप जानते हैं कि सीवर और सेप्टिक टैंकों की सफाई केवल लाइसेंस प्राप्त ऑपरेटरों द्वारा की जानी चाहिए?
- क्या आप अपने क्षेत्र के सार्वजनिक शौचालयों की सफाई से संतुष्ट हैं?
- क्या आपने कभी सफाई से जुड़ी समस्या की शिकायत की है, और उसका समाधान हुआ?
अब आपकी बारी! अपने शहर के लिए दें फीडबैक
जबलपुर को स्वच्छ बनाने में हर नागरिक की भागीदारी जरूरी है। अगर आप चाहते हैं कि जबलपुर स्वच्छता में नंबर 1 बने, तो अपना फीडबैक जरूर दें। क्यूआर कोड स्कैन करें, ओटीपी दर्ज करें और अपने शहर के स्वच्छता प्रयासों को समर्थन दें। आपका एक फीडबैक जबलपुर की स्वच्छता रैंकिंग को ऊपर ला सकता है!
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