जबलपुर। जबलपुर शहर के कचरा प्रबंधन को आधुनिक और प्रभावी बनाने के लिए "सिटीज 2.0" परियोजना के तहत केंद्र, राज्य, नगर निगम जबलपुर और जबलपुर स्मार्ट सिटी के बीच महत्वपूर्ण एमओयू पर हस्ताक्षर किए गए हैं। यह ऐतिहासिक करार 3 मार्च 2025 को राजस्थान की राजधानी जयपुर में आयोजित अंतरराष्ट्रीय समारोह में हुआ।
इस अवसर पर केंद्रीय आवासन एवं शहरी कार्य मंत्री मनोहर लाल खट्टर, मध्यप्रदेश के नगरीय प्रशासन मंत्री कैलाश विजयवर्गीय, नगरीय प्रशासन एवं विकास विभाग के आयुक्त सिवी चक्रवर्ती एम, अपर आयुक्त के.एल. मीणा, नगर निगम जबलपुर की आयुक्त श्रीमती प्रीति यादव और स्मार्ट सिटी जबलपुर के सीईओ अनुराग सिंह की उपस्थिति में एमओयू पर हस्ताक्षर किए गए।
महापौर ने बताया स्वच्छ और हरित जबलपुर की दिशा में महत्वपूर्ण कदम
महापौर जगत बहादुर सिंह "अन्नू" ने बताया कि सिटीज 2.0 परियोजना के तहत जबलपुर के समग्र कचरा प्रबंधन प्रणाली को सुदृढ़ किया जाएगा। परियोजना के तहत "वेस्ट टू वेल्थ" की थीम पर काम करते हुए प्लास्टिक, ई-कचरा और जैविक कचरे के लिए अलग-अलग पुनर्चक्रण (रिसाइक्लिंग) सुविधाएं विकसित की जाएंगी, जिससे कचरा केवल बोझ नहीं रहेगा, बल्कि उपयोगी संसाधन में बदला जाएगा।
जैविक कचरे से तैयार होगी बायो-सीएनजी और खाद
नगर निगम आयुक्त श्रीमती प्रीति यादव ने बताया कि इस योजना के तहत शहर में एकीकृत ठोस अपशिष्ट प्रबंधन (इंटीग्रेटेड सॉलिड वेस्ट मैनेजमेंट) प्रणाली लागू की जाएगी। जैविक कचरे से बायो-सीएनजी गैस और खाद का उत्पादन होगा, जिससे जबलपुर के सीएनजी वाहनों को ग्रीन फ्यूल मिलेगा और वायु प्रदूषण में कमी आएगी।
उन्होंने बताया कि भारत सरकार द्वारा स्वीकृत इस परियोजना में कचरे के संग्रहण से लेकर उसके निपटान तक की पूरी प्रक्रिया को वैज्ञानिक और व्यवस्थित बनाया जाएगा। घर-घर कचरा कलेक्शन व्यवस्था को अधिक प्रभावी और सुचारू किया जाएगा, जिससे शहरवासियों को बेहतर सफाई सेवाएं मिलेंगी।
बेहतर संसाधन और मजबूत निगरानी तंत्र मिलेगा
आयुक्त ने बताया कि कचरा प्रबंधन के लिए नगर निगम को नए और आधुनिक संसाधन मिलेंगे, जिससे समय और खर्च की बचत होगी। साथ ही, सफाई व्यवस्था की निगरानी के लिए आधुनिक मॉनिटरिंग सिस्टम तैयार किया जाएगा, जिससे सफाई व्यवस्था पर निरंतर नजर रखी जा सकेगी और समय रहते आवश्यक सुधार किए जा सकें।
महत्वपूर्ण सहभागिता
एमओयू हस्ताक्षर के दौरान जबलपुर नगर निगम और स्मार्ट सिटी की टीम के अलावा इंदौर और उज्जैन के नगर निगम आयुक्त, स्मार्ट सिटी के सीईओ, जबलपुर नगर निगम के उपायुक्त संभव अयाची, ई-गवर्नेंस मैनेजर गजेन्द्र सिंह, वतसल खंडेलवाल सहित अन्य अधिकारीगण भी उपस्थित रहे।
परियोजना से स्वच्छ, हरित और स्मार्ट जबलपुर की ओर बड़ा कदम
सिटीज 2.0 परियोजना के सफल क्रियान्वयन से जबलपुर को स्वच्छ, हरित और पर्यावरण के अनुकूल स्मार्ट शहर बनाने का सपना साकार होगा। यह परियोजना कचरा प्रबंधन के क्षेत्र में जबलपुर को राष्ट्रीय स्तर पर एक मॉडल सिटी के रूप में स्थापित करेगी।
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