जबलपुर। जबलपुर रेल मंडल में आपातकालीन परिस्थितियों से निपटने और रेलवे की तत्परता को परखने के लिए विक्रमपुर-भिटौनी स्टेशन के बीच स्थित समपार फाटक क्रमांक 300 (C) पर मॉक ड्रिल का सफल आयोजन किया गया। यह अभ्यास मंडल रेल प्रबंधक श्री कमल कुमार तलरेजा के मार्गदर्शन और वरिष्ठ मंडल संरक्षा अधिकारी श्री एके साहनी के नेतृत्व में आयोजित किया गया। इस मॉक ड्रिल का मुख्य उद्देश्य आपातकालीन स्थितियों में रेलवे के विभिन्न विभागों के बीच समन्वय, बचाव कार्यों की प्रभावशीलता और राहत कार्यों की तत्परता का मूल्यांकन करना था।
मॉक ड्रिल का परिदृश्य
मॉक ड्रिल की परिकल्पना के अनुसार भिटौनी स्टेशन मास्टर द्वारा जबलपुर कंट्रोल रूम को सूचना दी गई कि विक्रमपुर-भिटौनी स्टेशन के बीच समपार फाटक क्रमांक 300 (C) पर एक रेत से भरी ट्रैक्टर ट्रॉली पलट गई है, जिसमें 8 से 10 मजदूर ट्रॉली में दब गए हैं। सूचना मिलते ही जबलपुर स्टेशन पर हूटर बजाकर आपातकालीन स्थिति की घोषणा की गई और तुरंत आवश्यक तैयारियां शुरू की गईं।
तत्काल प्रतिक्रिया और समन्वित बचाव कार्य
घटना की सूचना मिलते ही जबलपुर से दुर्घटना राहत चिकित्सा वैन (ARMV) और दुर्घटना राहत ट्रेन (ART) को समय पर रवाना किया गया। इस दौरान वरिष्ठ मंडल संरक्षा अधिकारी श्री एके साहनी, सीनियर डीएमई (फ्रेट) श्री एसपी मीणा, एडीएमई श्री सौरव अवस्थी, एडीएसटीई श्री भूपेंद्र पांडे, इंजीनियरिंग, सिग्नल और ट्रैफिक विभाग के सेफ्टी काउंसलर, सहायक मंडल अभियंता (ADEN) जबलपुर सहित सभी विभागों के पर्यवेक्षक मौके पर पहुंचे।
इसके साथ ही जीआरपी, आरपीएफ और स्थानीय पुलिस की टीम भी घटनास्थल पर त्वरित रूप से पहुंचकर राहत और बचाव कार्यों में शामिल हुई। वहीं, जबलपुर स्थित डीआरएम कार्यालय में अपर मंडल रेल प्रबंधक श्री आनंद कुमार, श्री सुनील टेलर और अन्य शाखा अधिकारियों ने कंट्रोल रूम में उपस्थित रहकर स्थिति पर लगातार नजर रखी और समन्वय बनाए रखा।
रेलवे की तत्परता और समन्वय का प्रदर्शन
इस मॉक ड्रिल के माध्यम से आपातकालीन स्थितियों में रेलवे कर्मचारियों की सतर्कता, समयबद्धता और समन्वय का सफल प्रदर्शन किया गया। जबलपुर मंडल की टीम ने संगठित तरीके से त्वरित कार्रवाई करते हुए राहत और बचाव कार्यों को सफलतापूर्वक अंजाम दिया।
वरिष्ठ मंडल वाणिज्य प्रबंधक डॉ. मधुर वर्मा ने बताया कि ऐसे अभ्यास आपातकालीन परिस्थितियों में रेलवे कर्मचारियों को प्रशिक्षित करने और उनके निर्णय लेने की क्षमता को बेहतर बनाने में महत्वपूर्ण भूमिका निभाते हैं। उन्होंने कहा कि इस प्रकार की मॉक ड्रिल से यह सुनिश्चित होता है कि रेलवे आपात स्थिति में यात्रियों और कर्मचारियों की सुरक्षा के लिए पूरी तरह सतर्क और तैयार है।
इस मॉक ड्रिल ने यह साबित किया कि जबलपुर रेल मंडल की आपातकालीन सेवाएं पूरी तरह सक्षम और समन्वित हैं, जो किसी भी अप्रत्याशित स्थिति में त्वरित और प्रभावी कार्रवाई करने के लिए तैयार हैं। इस तरह के नियमित अभ्यास रेलवे की आपातकालीन प्रबंधन व्यवस्था को और अधिक मजबूत बनाते हैं, जिससे यात्रियों और रेलवे संपत्तियों की सुरक्षा सुनिश्चित की जा सके।
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