नई दिल्ली। भारत ने बुधवार तड़के अमेरिका, रूस, ब्रिटेन और सऊदी अरब सहित कई प्रमुख देशों से संपर्क किया और उन्हें पाकिस्तान तथा पाकिस्तान के कब्जे वाले कश्मीर (पीओके) में नौ आतंकी ठिकानों पर किए गए सैन्य हमले के बारे में जानकारी दी। ये सैन्य हमले पहलगाम आतंकी हमले के बाद जवाबी कार्रवाई के तौर पर किए गए हैं।
एक सूत्र ने बताया, "वरिष्ठ भारतीय अधिकारियों ने कई देशों में अपने समकक्षों से बात की है और उन्हें भारत द्वारा उठाए गए कदमों के बारे में जानकारी दी है।" इसमें कहा गया, "इन देशों में अमेरिका, ब्रिटेन, सऊदी अरब, संयुक्त अरब अमीरात और रूस शामिल हैं।"
भारत द्वारा यह कार्रवाई 22 अप्रैल को हुए पहलगाम आतंकी हमले के दो सप्ताह बाद की गई है। हमले में 26 लोग मारे गए थे जिनमें ज्यादातर पर्यटक थे।
रक्षा मंत्रालय ने एक बयान में कहा, "ये कदम बर्बर पहलगाम आतंकवादी हमले के मद्देनजर उठाए गए हैं जिसमें 25 भारतीय और एक नेपाली नागरिक की हत्या कर दी गई थी।" इसमें कहा गया, "हम इस प्रतिबद्धता पर कायम हैं कि हमले के लिए जिम्मेदार लोगों को जवाबदेह ठहराया जाएगा।
भारत और पाकिस्तान की स्थिति पर नजर : अमेरिकी विदेश मंत्री
भारत द्वारा पाकिस्तान के आतंकी ढांचे को निशाना बनाकर 'ऑपरेशन सिंदूर' शुरू करने के कुछ घंटों बाद, अमेरिकी विदेश मंत्री मार्को रुबियो ने कहा कि वह भारत-पाकिस्तान की स्थिति पर करीबी नजर रख रहे हैं और उम्मीद है कि यह ‘जल्द खत्म होगा।’ भारतीय सशस्त्र बलों ने बुधवार तड़के पाकिस्तान और पाकिस्तान के कब्जे वाले कश्मीर में नौ आतंकी ठिकानों पर मिसाइल हमले किए, जिनमें प्रतिबंधित जैश-ए-मोहम्मद का गढ़ बहावलपुर भी शामिल है। एक्स पर एक पोस्ट में, रुबियो ने कहा, ‘‘मैं भारत और पाकिस्तान की स्थिति पर करीबी नजर रख रहा हूं।
उम्मीद है कि यह जल्द खत्म होगा और शांतिपूर्ण समाधान के लिए भारतीय और पाकिस्तानी नेतृत्व दोनों के साथ बातचीत जारी रहेगी।’’ वाशिंगटन डीसी में भारतीय दूतावास ने कहा कि राष्ट्रीय सुरक्षा सलाहकार अजीत डोभाल ने ‘हमलों के तुरंत बाद’ रुबियो से बात की और उन्हें की गई कार्रवाई के बारे में जानकारी दी।
वाशिंगटन डीसी स्थित भारतीय दूतावास की ओर से जारी एक प्रेस विज्ञप्ति में कहा गया, ‘‘भारत की कार्रवाई केंद्रित और सटीक रही है। ये नपी-तुली और जिम्मेदाराना थी तथा इस बात का ध्यान रखा गया कि यह और न बढ़े। किसी भी पाकिस्तानी नागरिक, आर्थिक या सैन्य लक्ष्य को निशाना नहीं बनाया गया। केवल ज्ञात आतंकी शिविरों को निशाना बनाया गया।’’
इसमें कहा गया है कि ‘‘हमलों के तुरंत बाद’’ एनएसए डोभाल ने रुबियो से बात की और ‘उन्हें की गई कार्रवाई के बारे में जानकारी दी।’ विज्ञप्ति में कहा गया है कि 22 अप्रैल को जम्मू-कश्मीर के पहलगाम में एक क्रूर और जघन्य हमले में आतंकवादियों ने 26 नागरिकों की हत्या कर दी। इसमें कहा गया है, ‘‘भारत के पास विश्वसनीय सुराग, तकनीकी जानकारी, जीवित बचे लोगों की गवाही और अन्य सबूत हैं जो इस हमले में पाकिस्तान स्थित आतंकवादियों की स्पष्ट संलिप्तता की ओर इशारा करते हैं।’’
इसमें कहा गया है, ‘‘उम्मीद थी कि पाकिस्तान आतंकवादियों और उन्हें समर्थन देने वाले बुनियादी ढांचे के खिलाफ कार्रवाई करेगा। लेकिन, पिछले पखवाड़े के दौरान पाकिस्तान ने हकीकत से इनकार किया है और भारत के खिलाफ झूठे अभियान चलाने का आरोप लगाया है।’’
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