नई दिल्ली, 23 मई 2025: इलाहाबाद हाई कोर्ट ने शुक्रवार को कुख्यात सीरियल किलर राजा कोलंदर और उसके साथी बच्छराज कोल को 1998 के पत्रकार धीरेंद्र हत्या मामले में उम्रकैद की सजा सुनाई। दोनों पर ढाई-ढाई लाख रुपये का जुर्माना भी लगाया गया है। कोलंदर की बीमार मानसिकता और नरभक्षी कृत्यों ने कभी पूरे देश को दहला दिया था। यह फैसला पीड़ितों के परिवारों के लिए राहत और न्याय की उम्मीद लेकर आया है।
पत्रकार की हत्या ने खोला राज
1998 में पत्रकार धीरेंद्र की हत्या के बाद शुरू हुई जांच ने राजा कोलंदर के काले कारनामों का पर्दाफाश किया। पुलिस को जिला पंचायत सदस्य फूलन देवी के घर से धीरेंद्र का सामान मिला, जिसके बाद कोलंदर को गिरफ्तार किया गया। पूछताछ में उसने 14 अन्य हत्याओं का खुलासा किया, जिनकी खोपड़ियां उसने अपने फार्म हाउस में दफन की थीं।
अपराध का खौफनाक तरीका
राजा कोलंदर की सोच और अपराध का तरीका रोंगटे खड़े करने वाला था। वह अपने शिकार के सिर को रंगकर पेड़ों पर लटकाता और उन पर नाम व जाति लिखता था। उसकी डायरी में भावी शिकारों की सूची भी मिली। सबसे डरावना था उसका मानव मस्तिष्क को उबालकर सूप बनाने और पीने का दावा, जिसे वह अपने दुश्मनों को "सबक सिखाने" के लिए करता था। शवों के बाकी हिस्सों को वह जंगल या खेतों में फेंक देता था।
नेटफ्लिक्स ने बनाया चर्चित
2022 में नेटफ्लिक्स की डॉक्यूमेंट्री Indian Predator: Butcher of Delhi ने कोलंदर की कहानी को वैश्विक मंच पर लाया। इसने उसके अपराधों की क्रूरता को उजागर किया और लोगों को स्तब्ध कर दिया।
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