जबलपुर। मध्य प्रदेश कांग्रेस के ओबीसी विभाग के प्रदेश उपाध्यक्ष टीकाराम कोष्टा ने कैबिनेट मंत्री विजय शाह के बयान को भारतीय सेना के स्वाभिमान पर सीधा प्रहार करार दिया है। उन्होंने कहा कि कर्नल सोफिया कुरैशी, जो राष्ट्र की रक्षा में संलग्न एक बहादुर सैन्य अधिकारी हैं, उनकी तुलना आतंकवादी की बहन से करना न केवल दुखदायी है, बल्कि यह राष्ट्र के गौरव और सैन्य अनुशासन की अवमानना भी है।
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कांग्रेस नेता टीकाराम कोष्टा |
टीकाराम कोष्टा ने भाजपा सरकार पर तीखा हमला करते हुए कहा कि ऐसे मंत्री, जिन्होंने पूर्व में भी महिलाओं के संबंध में अभद्र और विषाक्त टिप्पणियाँ की हैं, उन्हें बार-बार मंत्रिमंडल में शामिल किया जाना भाजपा की असली सोच, चाल, चरित्र और चेहरा को निर्वस्त्र करता है। जो पार्टी स्वयं को 'संस्कारों की पोषक', 'राष्ट्रवादी' और 'सनातनी मूल्यों' की रक्षक बताती है, वह ऐसे तत्वों को सत्ता में बनाए रखती है—यह चिंतन और विचार दोनों को शर्मसार करता है।
प्रदेश कांग्रेस के वरिष्ठ पदाधिकारियों—अलीम मंसूरी, विजय अग्रवाल, राजेश पटेल, मामूर गुड्डू, डॉ. मोइन अंसारी, अशोक चौधरी, पवन नामदेव, रविंद्र कुशवाहा, संजू ठाकुर, धर्मेंद्र कुशवाहा और लखन श्रीवास्तव—ने सामूहिक रूप से मांग की है कि मंत्री विजय शाह को तत्काल मंत्रिमंडल से निष्कासित किया जाए और उन पर राष्ट्रद्रोह का अभियोग पंजीबद्ध किया जाए।
कांग्रेस नेताओं ने इस वक्तव्य को न केवल अमर्यादित और निंदनीय बताया, बल्कि इसे सेना के मनोबल पर एक कुटिल आघात की संज्ञा दी। बयानबाज़ी की यह शैली, जिसमें एक वीर महिला अधिकारी को आतंकवाद से जोड़ा गया है, न केवल व्यक्तिगत स्तर पर आक्रोशजनक है, बल्कि सामाजिक ताने-बाने को भी विषाक्त करती है।
कांग्रेस ने सरकार को चेतावनी दी है कि यदि शीघ्र ही उचित कार्रवाई नहीं की गई, तो यह विषय जनाक्रोश में परिवर्तित होकर प्रदेश भर में आंदोलन का रूप ले सकता है।
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