24 घंटे में 358 नए मामले, 624 मरीज हुए ठीक
केंद्रीय स्वास्थ्य मंत्रालय द्वारा जारी आंकड़ों के अनुसार, पिछले 24 घंटे में 358 नए संक्रमित मरीज सामने आए हैं, जबकि 624 मरीजों ने पूरी तरह से स्वस्थ होकर अस्पताल से छुट्टी पाई है। इस समय देश में कोरोना से कुल मृतकों की संख्या 65 पर स्थिर बनी हुई है, जो दर्शाता है कि वर्तमान संक्रमण लहर में घातकता अपेक्षाकृत कम है।
केरल सबसे ज्यादा प्रभावित, दिल्ली-गुजरात में भी तेजी
अन्य प्रभावित राज्य:
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गुजरात: 980
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पश्चिम बंगाल: 747
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महाराष्ट्र: 607
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कर्नाटक: 423
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तमिलनाडु: 219
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उत्तर प्रदेश: 225
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राजस्थान: 128
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हरियाणा: 100
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अन्य राज्यों में भी कुछेक मामले दर्ज हुए हैं, जबकि मिजोरम और अरुणाचल प्रदेश में कोई मामला नहीं पाया गया।
कौन से वेरिएंट बना रहे हैं दबाव?
स्वास्थ्य विशेषज्ञों का मानना है कि मौजूदा मामलों में उछाल ओमिक्रॉन के सब-वेरिएंट्स जैसे:
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JN.1
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NB.1.8.1
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LF.7
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XFC
के कारण हो रहा है। ये वेरिएंट अत्यधिक संक्रामक हैं, लेकिन इनके लक्षण सामान्य फ्लू जैसे और हल्के होते हैं। WHO ने इन्हें "निगरानी योग्य वेरिएंट" की श्रेणी में रखा है — फिलहाल घबराने की नहीं, लेकिन सावधानी बरतने की आवश्यकता है।
अब महामारी नहीं, फ्लू जैसा व्यवहार कर रहा है वायरस
स्वास्थ्य मंत्रालय के अनुसार, सार्स-सीओवी-2 वायरस पूरी तरह समाप्त नहीं हुआ, लेकिन यह अब अनियंत्रित आपातकाल की तरह नहीं, बल्कि मौसमी फ्लू जैसी बीमारी के रूप में आवर्तित हो रहा है।
अस्पतालों की तैयारियों के लिए मॉक ड्रिल
हालात पर नियंत्रण बनाए रखने के लिए केंद्र सरकार ने सभी राज्यों में मॉक ड्रिल शुरू की है, जिसका उद्देश्य है:
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अस्पतालों की तैयारी का मूल्यांकन
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ऑक्सीजन की उपलब्धता,
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वेंटिलेटर और आइसोलेशन बेड,
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तथा आवश्यक दवाओं की स्टॉकिंग सुनिश्चित करना।
🔴 जनता के लिए संदेश: सावधानी अभी भी जरूरी है!
मास्क पहनें, भीड़भाड़ से बचें, कोविड उपयुक्त व्यवहार अपनाएं और किसी भी लक्षण को हल्के में न लें।
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