प्रधानमंत्री भोपाल में लोकमाता देवी अहिल्याबाई होलकर की 300वीं जयंती पर आयोजित महिला सशक्तिकरण महासम्मेलन को संबोधित कर रहे थे। इस दौरान उन्होंने ‘ऑपरेशन सिंदूर’ का उल्लेख करते हुए कहा कि यह भारत की नारी शक्ति और सैन्य ताकत का प्रतीक बन चुका है।
🔴 ऑपरेशन सिंदूर: आतंकवादियों पर अब तक की सबसे बड़ी कार्रवाई
प्रधानमंत्री ने हालिया ‘ऑपरेशन सिंदूर’ को देश की अब तक की सबसे बड़ी और निर्णायक सैन्य कार्रवाई बताया। उन्होंने कहा कि:
“पाकिस्तान की सेना ने भी नहीं सोचा था कि भारत इस तरह जवाब देगा। हमारी सेना ने आतंकियों के ठिकानों को सैकड़ों किलोमीटर अंदर जाकर तबाह कर दिया।”
प्रधानमंत्री ने विशेष रूप से BSF की महिला जवानों की बहादुरी का जिक्र करते हुए कहा कि हमारी बेटियां सीमाओं पर डटकर मुकाबला कर रही हैं और हर चुनौती का जवाब दे रही हैं।
👩✈️ महिला शक्ति: अब युद्ध के मैदान में भी बेटियों का परचम
प्रधानमंत्री मोदी ने महिला सशक्तिकरण पर जोर देते हुए बताया कि:
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एनडीए (नेशनल डिफेंस अकादमी) का पहला महिला कैडेट बैच पासआउट हो गया है।
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फाइटर प्लेन, नौसेना के जहाज़ और सीमाओं पर अब महिलाएं भी अग्रिम मोर्चे पर तैनात हैं।
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नौसेना की दो महिला अधिकारियों ने 250 दिनों में पृथ्वी की समुद्री परिक्रमा पूरी की।
🚆 विकास और विरासत का समन्वय: इंदौर मेट्रो और नए हवाईअड्डों का उद्घाटन
कार्यक्रम के दौरान पीएम मोदी ने वीडियो कांफ्रेंसिंग के जरिए:
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इंदौर मेट्रो रेल सेवा का उद्घाटन किया
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दतिया और सतना हवाई अड्डों का लोकार्पण किया
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देवी अहिल्याबाई की स्मृति में डाक टिकट और ₹300 का स्मृति सिक्का भी जारी किया
🕉️ देवी अहिल्या: भारतीय नारी शक्ति और राष्ट्रनिर्माण की प्रेरणा
प्रधानमंत्री ने देवी अहिल्याबाई होलकर के योगदान को याद करते हुए कहा:
“देवी अहिल्या राष्ट्रनिर्माण में नारी शक्ति के योगदान की प्रतीक हैं। उन्होंने समाज सुधार, जल संरक्षण, मंदिर निर्माण और महिलाओं के अधिकारों को बढ़ावा देने में उल्लेखनीय कार्य किए।”
उन्होंने कहा कि आज का भारत भी देवी अहिल्याबाई की तरह विकास और विरासत दोनों को साथ लेकर चल रहा है।
🧭 सुरक्षा, सामर्थ्य और संस्कृति: भारत के नए युग की परिभाषा
पीएम मोदी ने कहा कि भारत अब सिर्फ विकास नहीं बल्कि सुरक्षा, सामर्थ्य और संस्कृति के क्षेत्र में भी नेतृत्व कर रहा है। उन्होंने रानी लक्ष्मीबाई, रानी दुर्गावती, सावित्रीबाई फुले और अन्य महान नारियों को याद करते हुए कहा कि इनका त्याग और योगदान आज की पीढ़ियों को नई दिशा दे रहा है।
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