गगनयान मिशन: भारतीय अंतरिक्ष यात्री जाएंगे अंतरिक्ष में
2024 में ISRO की बड़ी उपलब्धियां
इसरो ने वर्ष 2024 में कई अहम मिशनों को सफलतापूर्वक अंजाम दिया, जिनमें प्रमुख हैं:
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5 सफल रॉकेट लॉन्च श्रीहरिकोटा से
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8 भारतीय उपग्रह और 1 विदेशी उपग्रह का सटीक प्रक्षेपण
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प्रमुख मिशन:
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PSLV-C58/Exposat
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PSLV-C59/Proba-3
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PSLV-C60/SPAdEx Docking Mission
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GSLV-F14/INSAT-3DS
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SSLV-D3/EOS-08
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साथ ही, GSAT-20 और TSAT-1A उपग्रहों को स्पेसएक्स के फाल्कन-9 द्वारा सफलतापूर्वक लॉन्च किया गया, जो भारत की वैश्विक अंतरिक्ष साझेदारी को मजबूती प्रदान करता है।
निजी भागीदारी और प्रक्षेपण की संख्या में रिकॉर्ड वृद्धि
ISRO के मुताबिक, 2024 में 36 भारतीय अंतरिक्ष यान — जिनमें निजी ऑपरेटरों और शैक्षणिक संस्थानों के यान भी शामिल हैं — पृथ्वी की कक्षा में भेजे गए। वर्तमान में:
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LEO (निम्न कक्षा) में 22 उपग्रह
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GEO (भू-समकालिक कक्षा) में 31 उपग्रह सक्रिय हैं, जिनका संचालन ISRO कर रहा है।
पुराने रॉकेट मलबे की सफाई भी एजेंडे में
ISRO प्रमुख डॉ. वी. नारायणन ने 2024 की भारतीय अंतरिक्ष स्थिति आकलन रिपोर्ट (ISSAR) जारी करते हुए कहा कि PSLV-C3 का मलबा अब भी पृथ्वी की कक्षा में है। उन्होंने बताया कि 2024 तक 34 रॉकेट निकायों ने वायुमंडल में पुनः प्रवेश किया है और इसरो "सुरक्षित और सतत अंतरिक्ष संचालन" की दिशा में कार्यरत है।
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