इस बार दक्षिण-पश्चिम मानसून ने 2025 में रिकॉर्ड समय से पहले दस्तक दी थी और 26 मई तक देश के 35% हिस्से को कवर कर लिया था। लेकिन इसके बाद यह कुछ समय के लिए रुक सा गया था। अब एक बार फिर मानसून सक्रिय होने जा रहा है, जिससे ओडिशा, झारखंड, बिहार, छत्तीसगढ़, मध्य प्रदेश और राजस्थान समेत कई राज्यों में तेज वर्षा की संभावना है।
🌧️ 16 जून से शुरू होगी असली बारिश
-
स्काईमेट वेदर के मुताबिक, बंगाल की खाड़ी में बनने वाला साइक्लोनिक सर्कुलेशन अगले 48 घंटों में मजबूत होगा।
-
16 से 18 जून के बीच बिहार, झारखंड और पश्चिम बंगाल में अच्छी मानसूनी बारिश देखने को मिलेगी।
-
इन राज्यों में आधिकारिक रूप से मानसून की एंट्री इन्हीं तारीखों में मानी जा रही है।
🌦️ 19-21 जून तक मानसून का विस्तार
-
यह सिस्टम जैसे-जैसे पश्चिम की ओर बढ़ेगा, मानसून की धारा को आगे बढ़ाएगा।
-
छत्तीसगढ़, पूर्वी उत्तर प्रदेश और पूर्वी मध्य प्रदेश तक मानसून पहुंचेगा।
-
सप्ताह के अंत तक बारिश की बौछारें दिल्ली, पश्चिमी उत्तर प्रदेश, उत्तर मध्य प्रदेश और पूर्वी राजस्थान तक पहुंचेंगी।
🌧️ मुंबई में भारी बारिश का अलर्ट: 13 से 15 जून तक
-
13 जून को मुंबई में मूसलाधार बारिश की चेतावनी।
-
14 और 15 जून को भी लगातार हल्की से मध्यम बारिश जारी रहेगी।
-
कोंकण बेल्ट के रत्नागिरी, सिंधुदुर्ग, रायगढ़, मुंबई और गोवा-उत्तर कर्नाटक में भारी बारिश का दौर चलेगा।
🔍 मानसून की चाल पर वैज्ञानिक नजर
-
बंगाल की खाड़ी से लगातार बन रही दो मौसम प्रणालियों ने मानसून को पुनः गति दी है।
-
पहला साइक्लोनिक सिस्टम ओडिशा-आंध्र तट के पास बना और अब तेलंगाना-उत्तर कर्नाटक तक पहुंच चुका है।
-
इससे बने कन्वर्जेंस ज़ोन (संधि क्षेत्र) ने वेस्टर्न घाट्स और तटीय क्षेत्रों में वर्षा को बढ़ावा दिया है।
🌡️ गर्मी से राहत तय, लेकिन अगले 2 दिन सतर्क रहें
मौसम विभाग ने आगाह किया है कि अगले 1-2 दिन तक उत्तर भारत में गर्मी की तीव्रता बनी रहेगी, लेकिन उसके बाद बादल अपना रंग दिखाना शुरू कर देंगे। लोगों को धूप से बचाव और जल प्रबंधन पर ध्यान देने की सलाह दी गई है।
Post a Comment