मेघालय में 'हनीमून' की आड़ में हुई हत्या : राजा रघुवंशी हत्याकांड में तीन आरोपी ट्रांजिट रिमांड पर, पत्नी सोनम पर भी संदेह की गहराती परतें

इंदौर। ट्रांसपोर्ट उद्योग के प्रभावशाली कारोबारी राजा रघुवंशी की रहस्यमयी हत्या ने अब एक पेचीदा साजिश का चेहरा अख्तियार कर लिया है। इस वीभत्स हत्याकांड में गिरफ्तार तीन संदिग्धों—राज कुशवाह, विशाल चौहान और आकाश राजपूत—को जिला न्यायालय में पेश किए जाने के बाद, अदालत ने उन्हें सात दिन की ट्रांजिट हिरासत में मेघालय पुलिस के सुपुर्द कर दिया।


पुलिस की पुष्टि में खुलते रहस्य

अपर पुलिस उपायुक्त राजेश दंडोतिया ने सोमवार को पत्रकारों से चर्चा करते हुए जानकारी दी कि तीनों अभियुक्तों को सीजेएम (मुख्य न्यायिक मजिस्ट्रेट) के समक्ष पेश करने से पहले सरकारी अस्पताल में अनिवार्य चिकित्सकीय परीक्षण से गुजराया गया। मेघालय पुलिस द्वारा इन तीनों की गिरफ्तारी के बाद न्यायालय से अनुमति लेकर उन्हें वापस राज्य ले जाया जा रहा है।

पूर्व परिचय बना साजिश का आधार

दंडोतिया के अनुसार, प्रारंभिक पूछताछ में यह बात सामने आई है कि गिरफ्तार आरोपी एक-दूसरे के परिचित हैं। विशेष रूप से दो अभियुक्त, राज कुशवाह के घनिष्ठ मित्र बताए जा रहे हैं। इंदौर और मेघालय पुलिस की सयुंक्त कार्यवाही ने रविवार और सोमवार की दरम्यानी रात को इन आरोपियों को पकड़ने में सफलता प्राप्त की।

गिरफ्तारी की भौगोलिक स्थिति

सूत्रों के मुताबिक, तीन में से दो व्यक्तियों को इंदौर शहर से सीधे पकड़ा गया, जबकि तीसरा अभियुक्त इसी क्षेत्र के उपनगरीय इलाके से हिरासत में लिया गया। साथ ही, मामले में चौथा संदिग्ध आनंद, बीना (मध्यप्रदेश) से पकड़ा गया है। इसी बीच, रघुवंशी की पत्नी सोनम (25) को उत्तर प्रदेश के गाजीपुर जिले से खोज निकाला गया है।

पत्नी सोनम की भूमिका संदिग्ध, 'हनीमून' बना नरसंहार का मुखौटा

पुलिस सूत्रों के अनुसार, मेघालय में 'हनीमून' के बहाने राजा रघुवंशी की सुनियोजित हत्या की गई, जिसमें सोनम की भूमिका अत्यंत संदिग्ध मानी जा रही है। प्रारंभिक जांच से संकेत मिलते हैं कि उसने किराए के हत्यारों की मदद से इस घातक साजिश को अंजाम दिया। सोनम के संपर्क में आए चार लोगों की भूमिका की जांच मेघालय पुलिस कर रही है, लेकिन फिलहाल अधिकारी इस संबंध में सार्वजनिक रूप से कुछ भी कहने से परहेज कर रहे हैं।

झरने की खाई में मिला शव, खुला रोंगटे खड़ा कर देने वाला राज

घटना की भयावहता उस समय सामने आई जब 2 जून को राजा रघुवंशी का शव सोहरा (पूर्व में चेरापूंजी के नाम से प्रसिद्ध) की एक झरनेनुमा खाई से बरामद किया गया। 11 मई को विवाह के बंधन में बंधे राजा और सोनम, 20 मई को 'हनीमून' के बहाने मेघालय रवाना हुए थे और 23 मई से दोनों रहस्यमयी ढंग से लापता हो गए।

एसआईटी के जिम्मे गुत्थियों की गहराई

अब यह मामला मेघालय पुलिस की विशेष जांच टीम (SIT) के जिम्मे है, जो गहराई से इस बहुस्तरीय हत्याकांड की तहकीकात में जुटी है। राजकीय और आपराधिक जाल का ऐसा उलझा तानाबाना सामने आ रहा है जिसमें पारिवारिक विश्वास, व्यवसायिक संबंध और अपराध की पृष्ठभूमि एक साथ उलझते प्रतीत हो रहे हैं।

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