प्रधानमंत्री द्वारा इस सराहना के लिए मुख्यमंत्री डॉ. मोहन यादव ने आभार व्यक्त करते हुए कहा कि यह केवल सूमा उइके के लिए नहीं, बल्कि पूरे मध्यप्रदेश के लिए सम्मान की बात है।
🌾 सूमा उइके की पहल बनी प्रेरणा का स्रोत
प्रधानमंत्री मोदी ने अपने संबोधन में बताया कि कैसे सूमा उइके ने स्थानीय संसाधनों का उपयोग करते हुए समाज में सकारात्मक बदलाव की शुरुआत की। उनकी पहल स्वरोजगार, महिला सशक्तिकरण और ग्रामीण विकास से जुड़ी हुई है, जिससे सैकड़ों महिलाओं को प्रेरणा मिली है।
🗣️ मुख्यमंत्री ने जताया आभार, बताया यह प्रदेश की उपलब्धि
मुख्यमंत्री डॉ. मोहन यादव ने प्रधानमंत्री के प्रति आभार व्यक्त करते हुए कहा:
“प्रधानमंत्री श्री नरेंद्र मोदी जी के नेतृत्व में देश आत्मनिर्भरता की ओर बढ़ रहा है। उनके मार्गदर्शन में हम राज्य में महिलाओं, युवाओं, किसानों और गरीबों के जीवन में सकारात्मक बदलाव लाने हेतु निरंतर प्रयासरत हैं।
मन की बात’ में मध्यप्रदेश की उपलब्धियों का उल्लेख हमारे प्रयासों को नई ऊर्जा देता है और हम सभी के लिए प्रेरणा बनता है।
📈 प्रशंसा से बढ़ा आत्मविश्वास
प्रधानमंत्री द्वारा प्रदेश की किसी सामान्य महिला की पहल को सराहना मिलने से न केवल स्थानीय स्तर पर बदलाव की भावना को बल मिला है, बल्कि यह संदेश भी गया है कि हर छोटा प्रयास राष्ट्रीय महत्व पा सकता है, यदि उसमें समर्पण और समाजहित हो।
🙌 प्रदेशवासियों में खुशी की लहर
‘मन की बात’ में सूमा उइके का उल्लेख होते ही बालाघाट जिले सहित पूरे प्रदेश में गर्व और उत्साह का वातावरण बन गया। सोशल मीडिया पर लोगों ने सूमा उइके को बधाइयां दीं और कहा कि यह "बेटी मध्यप्रदेश की, गर्व भारत को" का सजीव उदाहरण है।
प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी द्वारा ‘मन की बात’ में सूमा उइके जैसी महिला की सराहना करना यह दर्शाता है कि हर छोटे-से-छोटे प्रयास को देश का नेतृत्व पहचान और मंच देता है। मुख्यमंत्री डॉ. मोहन यादव का आभार प्रकट करना यह बताता है कि प्रदेश सरकार जन-सहभागिता और नवाचार को लेकर पूरी तरह प्रतिबद्ध है। यह खबर नवाचार, महिला सशक्तिकरण और स्थानीय नेतृत्व को नई दिशा देने का संकेत है।
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