वारासिवनी (बालाघाट), 8 जुलाई। जिले में लगातार हो रही मूसलाधार बारिश जहां एक ओर किसानों के लिए राहत लेकर आई है, वहीं दूसरी ओर नगरवासियों के लिए मुसीबत बनती जा रही है। भारी वर्षा के चलते वारासिवनी नगर के कई वार्डों में जलभराव की स्थिति उत्पन्न हो गई है। खासकर वार्ड क्रमांक 5 में हालात इतने बिगड़ गए कि आक्रोशित लोगों ने सोमवार को वारासिवनी-लालबर्रा मुख्य मार्ग पर चकाजाम कर दिया।
बारिश का पानी कई घरों के अंदर तक घुस गया, जिससे लोगों का जनजीवन अस्त-व्यस्त हो गया। इससे नाराज वार्डवासियों ने नगर पालिका प्रशासन के खिलाफ नारेबाजी करते हुए मार्ग जाम कर दिया। लगभग आधे घंटे तक यातायात पूरी तरह से बाधित रहा। सूचना मिलते ही विधायक विवेक 'विक्की' पटेल और एसडीओपी अभिषेक चौधरी मौके पर पहुंचे और प्रदर्शनकारियों से बातचीत कर शीघ्र निराकरण का आश्वासन दिया, जिसके बाद मार्ग खोला गया।
ग्रामीण क्षेत्रों में भी सड़कें जलमग्न, पुलिस अलर्ट मोड पर
शहर से लगे ग्रामीण इलाकों में स्थिति और भी गंभीर है। वारासिवनी-डोंगरमाली मार्ग पर स्थित महाराजपुर नाला उफान पर है, जिसके कारण यह मार्ग पूरी तरह बंद हो गया है। प्रशासन और पुलिस विभाग सतर्क हैं और किसी भी संभावित हादसे को रोकने के लिए निगरानी रखी जा रही है।
विकास कार्यों की पोल खोल रही पहली बारिश: विधायक पटेल
विधायक विवेक पटेल ने वार्डों का निरीक्षण करते हुए नगर पालिका प्रशासन पर गंभीर आरोप लगाए। उन्होंने कहा,
शहर में पहली ही बारिश ने विकास के सारे दावों की पोल खोल दी है। लालबर्रा रोड सहित कई क्षेत्रों में घरों में पानी घुस गया है, जो नगर प्रशासन की नाकामी का प्रमाण है। हमारी मौजूदगी में सीएमओ को मौके पर बुलाकर तात्कालिक समाधान कराया गया।
स्थानीय लोगों का आरोप – ‘नाला बंद, पानी रसोई तक’
वार्ड 5 के निवासी विकास दलवानी ने बताया कि
पूर्व में यहां नाला था, जिसे कुछ लोगों द्वारा बंद कर दिया गया। अब हर साल बारिश में पानी घरों में किचन तक घुस जाता है। पार्षद तो मदद करते हैं, लेकिन नगर पालिका में उनकी कोई सुनवाई नहीं होती। इसीलिए मजबूरी में हमें चकाजाम करना पड़ा।
नगर पालिका की निष्क्रियता पर जनता नाराज
शहर के अन्य वार्डों से भी जलभराव की शिकायतें मिल रही हैं। नागरिकों का कहना है कि समय रहते ड्रेनेज व्यवस्था की मरम्मत और सफाई नहीं की गई, जिससे यह स्थिति उत्पन्न हुई है। नागरिकों ने चेतावनी दी है कि यदि जल्द समाधान नहीं हुआ, तो उग्र आंदोलन किया जाएगा।
वारासिवनी में भारी बारिश ने नगर प्रशासन की तैयारियों की पोल खोल दी है। जहां एक ओर विधायक और प्रशासनिक अधिकारी स्थिति को संभालने की कोशिश कर रहे हैं, वहीं नागरिकों में गुस्सा लगातार बढ़ रहा है। आने वाले दिनों में यदि समाधान नहीं हुआ, तो जलभराव की समस्या राजनीतिक मुद्दा बन सकती है।
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