घटना की जानकारी मिलते ही वन विभाग की रेस्क्यू टीम मौके पर पहुंची। टीम के सदस्य विशाल आसटकर ने बताया कि परिक्षेत्र अधिकारी पश्चिम लांजी के निर्देशन में कार्रवाई करते हुए सांप को सुरक्षित तरीके से पकड़ कर जंगल में छोड़ दिया गया।
वन विभाग ने छात्रावास की सभी छात्राओं को सांप से बचाव और प्राथमिक सावधानियों के बारे में जानकारी दी। रेस्क्यू टीम के अनुसार, यह सांप वाइपर प्रजाति का था, जो अपनी घातक विषैलेपन के लिए जाना जाता है।
☔ मानसून में बढ़ रहा सर्पदंश का खतरा
बरसात के मौसम में ज़हरीले सांप अपने बिलों से बाहर निकलकर आवासीय इलाकों, स्कूलों व छात्रावासों में प्रवेश कर जाते हैं। लांजी क्षेत्र के कई हिस्सों में यह खतरा अधिक देखा जा रहा है। वन विभाग ने नागरिकों से अपील की है कि सांप दिखने पर स्वयं कोई कार्रवाई न करें, बल्कि तुरंत विभाग को सूचना दें।
🛡️ वन विभाग की अपील
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सांप दिखे तो न घबराएं, वन विभाग की रेस्क्यू टीम को कॉल करें।
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बच्चों और बुजुर्गों को विशेष सतर्कता बरतने की सलाह दी गई है।
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छात्रावासों, विद्यालयों और सार्वजनिक भवनों में नियमित सफाई और निगरानी की आवश्यकता है।
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