देहरादून, 07 अगस्त 2025 – उत्तराखंड के उत्तरकाशी जिले में धराली गांव में मंगलवार को बादल फटने और खीर गंगा नदी में अचानक बाढ़ आने से मची भारी तबाही के बाद राहत और बचाव कार्य युद्धस्तर पर जारी हैं। गुरुवार को मौसम साफ होने के साथ ही सेना, आईटीबीपी, एनडीआरएफ, और एसडीआरएफ की टीमें तेजी से बचाव अभियान में जुटी हैं। अब तक 233 लोगों को सुरक्षित निकाला जा चुका है, जबकि 6 शव बरामद किए गए हैं। लापता लोगों की संख्या अभी भी अस्पष्ट है।
राहत और बचाव कार्यों की स्थिति
रेस्क्यू आंकड़े:
मंगलवार: 130 लोग सुरक्षित निकाले गए।
बुधवार: 60 लोग सुरक्षित निकाले गए।
गुरुवार (सुबह 9 बजे तक): 43 लोग सुरक्षित निकाले गए।
मृतक: तीन दिनों में कुल 6 शव बरामद।
लापता लोग: स्थानीय लोगों, सेना के हवलदार, अग्निवीरों, और पर्यटकों सहित कई लोग लापता हैं। इनमें केरल के 28 पर्यटकों का समूह और जलगांव (महाराष्ट्र) के 19 श्रद्धालुओं का दल शामिल है, जिनमें से 16 लोगों से बुधवार तक संपर्क नहीं हो पाया था। गुरुवार को जलगांव के सभी 19 लोगों को सुरक्षित निकाल लिया गया।
चुनौतियां और बचाव प्रयास
धराली गांव तक पहुंचने वाली सड़कें, विशेष रूप से गंगोत्री नेशनल हाईवे, भूस्खलन और मलबे के कारण पूरी तरह अवरुद्ध हैं। भटवाड़ी, हर्षिल, नेताला, और गंगनानी में सड़कें और पुल बह गए हैं, जिससे राहत कार्यों में बाधा आ रही है।
सीमा सड़क संगठन (BRO) और सेना की इंजीनियरिंग टीमें सड़कों को खोलने में दिन-रात जुटी हैं। पोकलैंड मशीनों को भारतीय वायुसेना के चिनूक हेलीकॉप्टरों के माध्यम से एयरलिफ्ट किया जा रहा है।
हेलीकॉप्टर ऑपरेशन: खराब मौसम के कारण पहले हेलीकॉप्टर उड़ानें प्रभावित थीं, लेकिन गुरुवार को मौसम साफ होने पर वायुसेना ने रेस्क्यू और राहत सामग्री पहुंचाने का कार्य तेज कर दिया।
आईबेक्स ब्रिगेड द्वारा ग्राउंड पेनेट्रेटिंग रडार और खोजी कुत्तों का उपयोग लापता लोगों की तलाश के लिए किया जा रहा है।
कनेक्टिविटी की समस्या: बिजली आपूर्ति ठप होने और नेटवर्क की कमी के कारण लापता लोगों से संपर्क स्थापित करना मुश्किल हो रहा है। सैटेलाइट फोन के जरिए संचार बहाल करने की कोशिश की जा रही है।
प्रशासन और सरकार का योगदान
मुख्यमंत्री पुष्कर सिंह धामी ने धराली और हर्षिल में राहत कार्यों की निगरानी के लिए हवाई सर्वेक्षण किया और उत्तरकाशी में रात प्रवास करने का निर्णय लिया। उन्होंने प्रभावितों को हरसंभव सहायता का आश्वासन दिया है।
केंद्र सरकार की ओर से गृह मंत्री अमित शाह और प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने मुख्यमंत्री धामी से संपर्क कर स्थिति का जायजा लिया और केंद्र से पूर्ण सहायता का भरोसा दिया।
स्वास्थ्य व्यवस्था: घायलों के लिए दून मेडिकल कॉलेज, कोरोनेशन जिला अस्पताल, और एम्स ऋषिकेश में बेड आरक्षित किए गए हैं। विशेषज्ञ डॉक्टर और मनोचिकित्सक उत्तरकाशी भेजे गए हैं।
आर्थिक सहायता: राज्य सरकार ने राहत कार्यों के लिए 20 करोड़ रुपये की मंजूरी दी है।
स्थानीय और पर्यटकों की स्थिति
धराली गांव में हारदूधु मेले के दौरान आसपास के गांवों (मुखवा, भटवाड़ी) से आए लोग भी लापता हैं। जलगांव के 19 श्रद्धालुओं को गुरुवार को सुरक्षित निकाला गया, जिन्होंने रेस्क्यू टीमों और राज्य सरकार का आभार व्यक्त किया।
केरल के 28 पर्यटकों का समूह और अन्य लापता लोगों की तलाश जारी है।
गंगोत्री में फंसे 200 पर्यटकों को चिकित्सा सहायता और भोजन उपलब्ध कराया जा रहा है।
हेल्पलाइन नंबर
उत्तरकाशी जिला आपदा नियंत्रण कक्ष ने प्रभावित लोगों की सहायता के लिए हेल्पलाइन नंबर जारी किए हैं:
01374-222126, 01374-222722, 9456556431
राज्य आपातकालीन ऑपरेशन सेंटर: 0135-2710334, 2710335, 2718401-04
लापता कक्ष: 0135-2104175, 0135-2104176, 0135-2104180, 0135-2104181
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