राहुल गांधी का बयान
राहुल गांधी ने सोशल मीडिया प्लेटफॉर्म 'एक्स' पर अपनी प्रतिक्रिया साझा करते हुए लिखा:
ट्रंप का 50% टैरिफ आर्थिक ब्लैकमेल है। यह अनुचित व्यापार समझौते के लिए भारत को धमकाने का प्रयास है। बेहतर होगा कि प्रधानमंत्री मोदी अपनी कमजोरी को भारतीयों के हितों पर हावी न होने दें।
ट्रंप का टैरिफ आदेश
अमेरिकी राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप ने रूस से तेल खरीद जारी रखने के कारण भारत पर अतिरिक्त 25 प्रतिशत टैरिफ लगाने का कार्यकारी आदेश बुधवार को जारी किया। इससे पहले पिछले सप्ताह 25 प्रतिशत टैरिफ की घोषणा की गई थी, जिसके बाद अब भारतीय वस्तुओं पर कुल शुल्क 50 प्रतिशत हो गया है। प्रारंभिक शुल्क 7 अगस्त 2025 से प्रभावी होगा, जबकि अतिरिक्त 25 प्रतिशत शुल्क 27 अगस्त 2025 से लागू होगा।
ट्रंप ने दावा किया कि भारत द्वारा रूस से सस्ता तेल खरीदना यूक्रेन युद्ध में रूस की मदद कर रहा है, जिसे वे "राष्ट्रीय सुरक्षा के लिए खतरा" मानते हैं।
भारत के लिए संभावित प्रभाव
इस टैरिफ से भारत के 87.4 अरब डॉलर के अमेरिकी निर्यात पर असर पड़ सकता है, जिसमें फार्मास्यूटिकल्स, वस्त्र, रत्न-आभूषण, और पेट्रोकेमिकल्स जैसे प्रमुख क्षेत्र शामिल हैं। विशेषज्ञों का अनुमान है कि इससे भारतीय निर्यातकों को 30-35% की प्रतिस्पर्धी हानि हो सकती है।
भारत की प्रतिक्रिया और व्यापार वार्ता
विदेश मंत्रालय ने इस टैरिफ को "अनुचित और अन्यायपूर्ण" बताया है, यह कहते हुए कि भारत की तेल खरीद बाजार आधारित और ऊर्जा सुरक्षा के लिए आवश्यक है। भारत और अमेरिका के बीच द्विपक्षीय व्यापार समझौते (BTA) पर बातचीत जारी है, जिसकी अगली बैठक 25 अगस्त 2025 को नई दिल्ली में प्रस्तावित है। विशेषज्ञों का सुझाव है कि भारत को जवाबी कार्रवाई से बचते हुए कूटनीतिक समाधान पर ध्यान देना चाहिए।

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