लांजी : जर्जर शाला भवनों में कैसे निखरेगा बच्चों का भविष्य?

शिकायत पर स्कूल पहुंचे सीएसी, तुरंत बनाई शिक्षक की व्यवस्था

लांजी, बालाघाट, 9 अगस्त 2025। मध्य प्रदेश के सरकारी स्कूलों में शिक्षा के स्तर को लेकर हमेशा से सवाल उठते रहे हैं। हालांकि सरकार की तरफ से शिक्षा व्यवस्था को बेहतर बनाने के दावे तो किए जाते रहे हैं, लेकिन सच्चाई यह है कि सरकारी स्कूलों में शिक्षकों की कमी को ही सरकार अब तक दूर नहीं कर पाई तो शिक्षा के स्तर को कैसे सुधारे? "स्कूल चलो हम" समेत तमाम नारों के साथ स्कूल शिक्षा विभाग अभियान चलाता है बच्चों को स्कूल तक ले जाने का। लेकिन प्रदेश के ज्यादातर जिले ऐसे हैं जहां कई स्कूलों में सिर्फ एक ही शिक्षक है, जिसके ऊपर पहली से पांचवीं कक्षा तक की पढ़ाई की जिम्मेदारी है।


ऐसा ही मामला बालाघाट जिले के लांजी विकासखंड अंतर्गत आने वाले ग्राम मोहझरी का है। जहां शिकायतकर्ता नीरज उरकुडे ने सीएम हेल्पलाइन 181 में शिकायत कर बताया कि ग्राम मोहझरी के शासकीय प्राथमिक शाला में बच्चों की व्यवस्था सही नहीं है। शासकीय प्राथमिक शाला भवन पूरी तरह जर्जर स्थिति में है, जहां पर बच्चों को बैठाने में भी डर लगता है। इस स्कूल की हालत इतनी बदतर है कि बच्चे शिक्षा ग्रहण करने में कतराते हैं। बारिश के मौसम में स्कूल में सांप, बिच्छू जैसे जहरीले जीव-जंतु निकल रहे हैं। ग्राम मोहझरी में स्कूल की चरमराई व्यवस्था स्पष्ट देखने को मिल सकती है।

नीरज उरकुडे ने बताया कि मध्य प्रदेश सरकार शिक्षा को लेकर इतनी बड़ी-बड़ी घोषणाएं करती है, परंतु वह घोषणाएं सिर्फ कागज तक ही सिमट कर रह गई हैं। जमीन स्तर पर देखा जाए तो सरकार सिर्फ एक घोषणा का पिटारा बनकर रह गई है। उन्होंने यह भी कहा कि ग्राम मोहझरी के प्राथमिक शाला में पहली से पांचवीं तक की कक्षाएं लगती हैं, परंतु सिर्फ एक ही शिक्षिका बच्चों को पढ़ाती है। उन्होंने शासन-प्रशासन से मांग की है कि ग्राम मोहझरी के शासकीय प्राथमिक शाला में शिक्षकों की व्यवस्था कराई जाए ताकि बच्चों को उच्च स्तर की शिक्षा मिल सके।

शिकायत पर जांच करने पहुंचे बीआरसी ऑफिस के सीएसी

ग्राम मोहझरी में शिक्षा व्यवस्था को लेकर ग्राम के निवासी नीरज उरकुडे ने शिकायत की थी, जिस पर लांजी बीआरसी द्वारा टीम गठित कर जांच अधिकारी मदन लाल टांडेकर (सीएसी) एवं लोकेश कुमार भटेरे (सीएसी) स्कूल पहुंचे और शिकायतकर्ता को आश्वासन दिया कि साफ-सफाई की व्यवस्था पूरी तरह से कराई जाएगी। शिकायतकर्ता के अनुसार, स्कूल में कम शिक्षक पाए जाने पर संयोगिता कामडे को कुछ दिन के लिए स्कूल में पदस्थ किया गया। साथ ही, शिकायतकर्ता की तीसरी शिकायत पर जांच अधिकारी ने बताया कि बच्चों को 15 अगस्त के पूर्व ही गणवेश की राशि उनके पालकों के खाते में हस्तांतरित कर दी जाएगी।

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