शासकीय कर्मचारियों पर अवैध निर्माण का आरोप
ग्राम कंसुली के मुख्य मार्ग से सटी आबादी शासकीय भूमि पर शासकीय कर्मचारी टिकनलाल मतारे (प्राथमिक शाला देवलगांव में शिक्षक) और राजेश्वर मतारे (ग्राम पंचायत खाण्डाफरी में सचिव) द्वारा अपने पद का दुरुपयोग करते हुए बिना पट्टे के अवैध कब्जा कर निर्माण कार्य किया जा रहा है। ग्रामीणों के अनुसार, इन दोनों ने कॉलम गड्ढे खोदकर फाउंडेशन का कार्य पूरा कर लिया है, जबकि उक्त भूमि को ग्रामवासियों ने बाबा साहेब आंबेडकर और महात्मा ज्योतिबा फुले की मूर्ति स्थापना के लिए सार्वजनिक रूप से चिह्नित किया था।
ग्रामीणों की मांग: मूर्ति स्थापना के लिए भूमि उपलब्ध कराई जाए
ग्रामीणों ने बताया कि टिकनलाल और राजेश्वर मतारे के पास पहले से ही पर्याप्त कृषि भूमि है, फिर भी वे सरकारी जमीन पर अतिक्रमण कर रहे हैं। ग्रामवासियों ने मांग की है कि इस अवैध कब्जे को हटाकर उक्त भूमि पर बाबा साहेब आंबेडकर और महात्मा ज्योतिबा फुले की मूर्ति स्थापना के लिए भूमि प्रदान की जाए।
तहसीलदार पर ढुलमुल रवैये का आरोप
ग्रामीणों ने बताया कि इस मामले की शिकायत पहले भी लांजी तहसीलदार और बालाघाट कलेक्टर को जनसुनवाई में आवेदन के माध्यम से की गई थी। इसके अलावा, सीएम हेल्पलाइन पर भी शिकायत दर्ज की गई, लेकिन अभी तक कोई कार्रवाई नहीं हुई। ग्रामीणों ने आरोप लगाया कि लांजी तहसीलदार द्वारा ढुलमुल रवैया अपनाया जा रहा है, जिसके चलते दोनों शासकीय कर्मचारियों के हौसले बुलंद हैं और वे बेखौफ होकर अवैध निर्माण में जुटे हैं।
ग्रामीणों का आक्रोश, सख्त कार्रवाई की मांग
कंसुली के लगभग आधा सैकड़ा ग्रामीणों ने तहसील कार्यालय पहुंचकर इस मामले में तत्काल कार्रवाई की मांग की है। उनका कहना है कि सरकारी जमीन पर अवैध कब्जा एक दंडनीय अपराध है, और शासकीय कर्मचारियों द्वारा इस तरह की गतिविधियाँ न केवल कानून का उल्लंघन हैं, बल्कि सरकारी संपत्ति को भी नुकसान पहुँचा रही हैं।

एक टिप्पणी भेजें