पाइप पुलिया का टूटा ढांचा, हर साल बनता है खतरनाक गड्ढा
प्रधानमंत्री ग्रामीण सड़क योजना के तहत बनी सावरी खुर्द और डोंगरगांव को जोड़ने वाली सड़क पर सावरी खुर्द और बोधीटोला के बीच एक पाइप पुलिया है। इस पुलिया का पाइप दो साल पहले टूट चुका है, जिसके चलते हर बरसात में यहां 5-5 फीट का खतरनाक गड्ढा बन जाता है। ऊपरी सतह पर यह गड्ढा छोटा दिखता है, लेकिन अंदर से यह सुरंगनुमा है, जो विशेष रूप से रात के अंधेरे में वाहन चालकों के लिए बड़ा खतरा बन जाता है।
ग्रामीणों और राहगीरों द्वारा बार-बार शिकायत के बावजूद विभाग केवल मुरुम डालकर खानापूर्ति करता है। बरसात शुरू होते ही मुरुम बह जाता है और गड्ढा फिर से उभर आता है। इस साल भी यही स्थिति है, और यह गड्ढा बड़े वाहनों के लिए विशेष रूप से खतरनाक साबित हो रहा है।
विधायक के आदेश की भी अनदेखी
ग्रामीणों ने इस गड्ढे की शिकायत स्थानीय विधायक राजकुमार कर्राहे से की। विधायक ने संबंधित विभाग से फोन पर चर्चा कर गड्ढा भरने के आदेश दिए, लेकिन पांच दिन बीत जाने के बाद भी कोई कार्रवाई नहीं हुई। यह स्थिति न केवल विभाग की लापरवाही को दर्शाती है, बल्कि विधायक के आदेशों की अनदेखी को भी उजागर करती है।
स्कूली बच्चों और ग्रामीणों के लिए खतरा
यह मार्ग डोंगरगांव, बहेला, और बोधीटोला के ग्रामीणों के लिए मुख्य सड़क है। दर्जनों स्कूली बच्चे, कॉलेज के छात्र-छात्राएं, और सैकड़ों ग्रामीण रोजाना इस रास्ते से गुजरते हैं। ऐसे में इस गड्ढे को नजरअंदाज करना एक बड़ी दुर्घटना को आमंत्रण देना है। ग्रामीणों की मांग है कि इस पाइप पुलिया का पुनर्निर्माण किया जाए ताकि हर साल होने वाली इस समस्या से स्थायी निजात मिल सके।
विभाग की लापरवाही पर सवाल
आखिर क्यों जिम्मेदार विभाग इस खतरनाक गड्ढे को नजरअंदाज कर रहा है? क्या वे किसी बड़ी दुर्घटना का इंतजार कर रहे हैं? ग्रामीणों और राहगीरों की सुरक्षा के लिए तत्काल कार्रवाई की जरूरत है।
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