लांजी, बालाघाट, 07 सितंबर 2025 – अनंत चतुर्दशी के अवसर पर शनिवार को लांजी में 10 दिवसीय गणेशोत्सव का समापन धूमधाम से हुआ। 'गणपति बप्पा मोरिया, अगले बरस तू जल्दी आ' के जयकारों और गाजे-बाजे के साथ नगर और आसपास के गांवों में गणेश प्रतिमाओं की भव्य शोभायात्राएं निकाली गईं। युवाओं ने डीजे की धुनों पर जमकर नृत्य किया, और रंग-गुलाल से सराबोर होकर उत्सव में उत्साह भरा। गणेश तालाब सहित क्षेत्र के विभिन्न जलाशयों में गणेश प्रतिमाओं का विसर्जन किया गया, जो सुबह से देर रात तक जारी रहा।
गणेशोत्सव का उत्साहपूर्ण समापन
दस दिनों तक चले गणेशोत्सव की धूम अनंत चतुर्दशी पर गणेश प्रतिमाओं के विसर्जन के साथ थम गई। घरों में स्थापित छोटी प्रतिमाओं की पूजा-अर्चना के बाद विसर्जन का सिलसिला शुरू हुआ, जबकि पांडालों और मंदिरों में सजी बड़ी-बड़ी प्रतिमाओं को गाजे-बाजे के साथ शोभायात्रा में ले जाया गया। लांजी के चांदनी चौक, मरार मोहल्ला, सालेटेकरी रोड, मेन रोड, भिलाई रोड, बालाघाट रोड, और आमगांव रोड जैसे प्रमुख मार्गों पर शोभायात्राएं निकलीं। ट्रैक्टरों पर सजी-धजी प्रतिमाओं के साथ शोभायात्रा का कारवां बढ़ता गया, जिसमें छोटे-बड़े पांडालों की मूर्तियां शामिल हुईं।
गणेश तालाब पर विसर्जन के लिए विशेष व्यवस्था
नगर के गणेश तालाब पर प्रशासन और नगर परिषद ने विसर्जन के लिए विशेष इंतजाम किए थे। सुबह से शुरू हुआ विसर्जन का सिलसिला शाम को शोभायात्रा की बड़ी प्रतिमाओं के आने पर और भव्य हो गया। भीड़ को नियंत्रित करने और व्यवस्था बनाए रखने के लिए लांजी थाना प्रभारी बिभेंदु व्यंकट टांडिया के नेतृत्व में पुलिस बल तैनात किया गया। थाना प्रभारी ने विसर्जन स्थल का निरीक्षण किया और आखिरी दौर तक अपनी टीम के साथ मौजूद रहे, ताकि किसी भी तरह की अव्यवस्था न हो।
क्षेत्रीय विधायक ने दी शुभकामनाएं
विसर्जन के दौरान गणेश तालाब पर पहुंचे क्षेत्रीय विधायक राजकुमार कर्राहे ने सभी क्षेत्रवासियों को बधाई दी। उन्होंने कहा, "पिछले दस दिनों से क्षेत्रवासियों ने भगवान गणेश की पूजा-अर्चना की और उज्ज्वल भविष्य की कामना की। विसर्जन के दौरान भी सभी ने शांतिपूर्ण और धार्मिक वातावरण में सहभागिता दिखाई। निश्चित रूप से विघ्नहर्ता गणपति बप्पा का आशीर्वाद हम सभी को प्राप्त होगा।"
उत्साह और भक्ति का संगम
शोभायात्रा में शामिल युवा 'गणपति बप्पा मोरिया' के जयकारे लगाते हुए धार्मिक गानों पर नाचते रहे। रंग-गुलाल और उत्साह से भरे इस माहौल ने लांजी को भक्ति और उल्लास के रंग में रंग दिया। गणेश तालाब पर देर रात तक चले विसर्जन ने गणेशोत्सव के इस उत्सव को यादगार बना दिया। स्थानीय लोगों ने प्रशासन की व्यवस्था और शांतिपूर्ण आयोजन की सराहना की।
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