बालाघाट: बाघ नदी में बहे मां-बेटे, दूसरे दिन मिला कमलाबाई का शव, बेटे की तलाश जारी

लांजी, बालाघाट, 12 सितंबर 2025। मध्य प्रदेश के बालाघाट जिले के लांजी तहसील में गुरुवार, 11 सितंबर 2025 की शाम एक दर्दनाक हादसा हुआ। बहेला थाना क्षेत्र के ग्राम अमेड़ा (ब) निवासी कमलाबाई मरकाम (50) और उनके 23 वर्षीय बेटे गज्जू मरकाम बाघ नदी के तेज बहाव में बह गए। यह हादसा मध्य प्रदेश और महाराष्ट्र की सीमा पर स्थित छोटी बाघ नदी के अस्थाई रास्ते (रपटा) को पार करते समय हुआ। शुक्रवार को दोपहर बाद कमलाबाई का शव नदी से तीन किलोमीटर दूर बरामद किया गया, जबकि उनके बेटे की तलाश अभी भी जारी है।


हादसे का विवरण

जानकारी के मुताबिक, कमलाबाई और उनका बेटा गज्जू महाराष्ट्र के सालेकसा थाना क्षेत्र के चिंगलुटोला गांव में अपनी बेटी के ससुराल से लौट रहे थे। अमेड़ा और चिंगलुटोला के बीच की दूरी करीब डेढ़ किलोमीटर है, जिसके बीच छोटी बाघ नदी बहती है। इस नदी पर बना पुराना रपटा स्थानीय लोगों के आवागमन का प्रमुख साधन है। गुरुवार शाम भारी बारिश के कारण नदी का जलस्तर बढ़ गया था, और तेज बहाव के बीच मां-बेटे ने रपटा पार करने की कोशिश की। इसी दौरान उनका पैर फिसल गया, और दोनों नदी की तेज धारा में बह गए।

हादसे की सूचना मिलते ही ग्रामीण बड़ी संख्या में मौके पर पहुंचे और पुलिस को सूचित किया। बहेला थाना पुलिस और महाराष्ट्र पुलिस ने तुरंत मौके पर पहुंचकर खोजबीन शुरू की, लेकिन देर रात तक कोई सुराग नहीं मिला।

रेस्क्यू ऑपरेशन और शव की बरामदगी

शुक्रवार को जिला मुख्यालय से राज्य आपदा प्रतिक्रिया बल (एसडीईआरएफ) की एक टीम मौके पर पहुंची और रेस्क्यू ऑपरेशन शुरू किया। दोपहर बाद कमलाबाई का शव नदी से लगभग तीन किलोमीटर दूर बरामद किया गया। पुलिस ने पंचनामा की कार्रवाई पूरी करने के बाद शव को पोस्टमॉर्टम के लिए भेज दिया। गज्जू मरकाम की तलाश के लिए एसडीईआरएफ और स्थानीय पुलिस की टीमें लगातार प्रयास कर रही हैं।

लांजी के एसडीएम कमलचंद सिंहसार और जनपद सीईओ रामगोपाल यादव ने भी घटनास्थल का दौरा किया और स्थिति का जायजा लिया। ग्राम पंचायत अमेड़ा (ब) के सरपंच डिलेश्वर बसेना ने बताया कि यह हादसा गुरुवार शाम करीब 6 बजे हुआ। उन्होंने कहा, "कमलाबाई और गज्जू नदी पार कर रहे थे, तभी तेज बहाव ने उन्हें बहा लिया। ग्रामीणों ने बचाने की कोशिश की, लेकिन सफलता नहीं मिली।"

क्षेत्र में बाढ़ की स्थिति

पिछले कुछ दिनों से बालाघाट जिले में हो रही मूसलधार बारिश ने हालात को और गंभीर कर दिया है। बाघ नदी सहित जिले की अन्य नदियां, जैसे वैनगंगा, बावनथड़ी, और बंजर, खतरे के निशान से ऊपर बह रही हैं। लांजी और किरनापुर क्षेत्रों में बाढ़ का अलर्ट जारी किया गया है। कई गांवों का संपर्क जिला मुख्यालय से कट गया है, और एसडीईआरएफ व होमगार्ड की टीमें बाढ़ में फंसे लोगों को बचाने में जुटी हैं।

प्रशासन की कार्रवाई

जिला प्रशासन ने इस घटना को गंभीरता से लिया है और प्रभावित क्षेत्रों में राहत कार्य तेज कर दिए हैं। लांजी तहसील के कई गांवों में बाढ़ के कारण लोगों को सुरक्षित स्थानों पर पहुंचाया जा रहा है। प्रशासन ने नदी और नालों के आसपास रहने वाले लोगों को सतर्क रहने की सलाह दी है।

इस दुखद घटना ने क्षेत्र में शोक की लहर पैदा कर दी है। कमलाबाई के परिवार और ग्रामीणों को उम्मीद है कि गज्जू का सुरक्षित पता लगाया जा सकेगा।

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