लांजी, बालाघाट, 19 सितंबर 2025।
मध्य प्रदेश के बालाघाट जिले के नक्सल प्रभावित लांजी थाना क्षेत्र में मलाजखंड एरिया कमेटी (भारतीय कम्युनिस्ट पार्टी माओवादी) के नक्सलियों ने 16 सितंबर की देर रात ग्राम पौसेरा निवासी देवेंद्र यादव (23 वर्ष) की पुलिस मुखबिरी के शक में निर्मम हत्या कर दी। घटना चौरिया जंगल क्षेत्र के दहियान में हुई, जहां नक्सलियों ने देवेंद्र को उसके साथी अवधेश के सामने मार डाला।
नक्सलियों ने घटनास्थल पर पर्चे छोड़े, जिसमें दावा किया गया कि देवेंद्र पितकोना पुलिस चौकी को दूध देने के बहाने माओवादी गतिविधियों की जानकारी पुलिस को देता था। पर्चे में लिखा था, "उसे पुलिस की मुखबिरी के लिए मौत की सजा दी गई है।"
देवेंद्र का साथी अवधेश 17 सितंबर की सुबह अपने गांव पौसेरा लौटा और परिजनों को अपहरण की जानकारी दी। ग्रामीणों ने तुरंत पुलिस को सूचित किया। जनचर्चा के अनुसार, 17 सितंबर को ही शव का पता चल गया था, लेकिन सुरक्षा कारणों से पुलिस ने 18 सितंबर को सर्च अभियान के बाद शव बरामद किया।
पुलिस ने शव को सिविल अस्पताल लांजी पहुंचाया, जहां चार चिकित्सकों की टीम ने देर शाम तक पोस्टमार्टम किया। इस दौरान अतिरिक्त पुलिस अधीक्षक आदर्शकांत शुक्ला, एसडीओपी लांजी श्री ओमप्रकाश, ग्राम सरपंच कृष्णकुमार पांचे और बड़ी संख्या में ग्रामीण मौजूद थे।
देवेंद्र की हत्या के बाद ग्राम पौसेरा में मातम का माहौल है। बालाघाट पुलिस मिशन-2026 के तहत नक्सल उन्मूलन के लिए लगातार अभियान चला रही है, लेकिन इस घटना ने क्षेत्र में फिर से दहशत पैदा कर दी है। नक्सलियों ने इस हत्या के जरिए अपनी मौजूदगी का अहसास कराया है।
पुलिस और सुरक्षा बलों ने जंगल में सर्च ऑपरेशन तेज कर दिया है, जिसमें 1000 से अधिक जवान शामिल हैं। नक्सलियों के नेटवर्क को तोड़ने और उनकी विचारधारा को खत्म करने के लिए पुलिस लगातार प्रयासरत है।
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