किरनापुर, बालाघाट – 12 सितम्बर 2025। किरनापुर पुलिस ने एक सनसनीखेज अंधे कत्ल का पर्दाफाश कर दिया है। इस जघन्य अपराध में आरोपी कोई और नहीं बल्कि मृतक का अपना पुत्र निकला। अंधविश्वास और अविवेक के कारण पुत्र ने अपने ही पिता की हत्या कर दी। पुलिस ने आरोपी को गिरफ्तार कर न्यायालय में पेश किया है।
हत्या का कारण – अंधविश्वास और पारिवारिक तनाव
पुलिस की जांच में सामने आया कि आरोपी कैलाश टोंडरे ने अपने पिता बंशीलाल टोंडरे की हत्या केवल जादूटोने के शक में की।
आरोपी का मानना था कि उसके पिता ही उसकी किराना दुकान बंद होने, पत्नी की बार-बार बीमारी, और गर्भपात जैसी परेशानियों के पीछे जिम्मेदार हैं।
घटना वाले दिन घर में गाय के बछड़े के गले से खून निकलने पर आरोपी ने इसका कारण भी अपने पिता को माना और गमछे से गला घोंटकर उनकी हत्या कर दी।
पुलिस की तत्परता और जांच
घटना की गंभीरता को देखते हुए पुलिस अधीक्षक बालाघाट आदित्य मिश्रा (भापुसे) ने त्वरित कार्रवाई के निर्देश दिए।
अतिरिक्त पुलिस अधीक्षक बैहर आदर्शकांत शुक्ला और एसडीओपी लांजी ओमप्रकाश के मार्गदर्शन में थाना प्रभारी किरनापुर निरीक्षक अशोक कुमार ननामा के नेतृत्व में विशेष टीम गठित की गई।
थाना किरनापुर में अज्ञात आरोपी के विरुद्ध भारतीय न्याय संहिता के तहत मामला दर्ज कर विवेचना प्रारंभ की गई।
सघन जांच के बाद आरोपी पुत्र की संलिप्तता उजागर हुई और उसे विधिवत गिरफ्तार किया गया।
पुलिस टीम की सराहनीय भूमिका
आरोपी की गिरफ्तारी और मामले के खुलासे में थाना प्रभारी निरीक्षक अशोक कुमार ननामा, सउनि. रमेश माहुले, सउनि. फूलचंद गजभिये, आर. दीपलाल जंघेला, समीर चौधरी, शिवम नायक, यशवंतराव गभने और सजीन्द्र नवारे की उल्लेखनीय भूमिका रही।
किरनापुर पुलिस की त्वरित कार्रवाई से न केवल अंधा कत्ल सुलझाया गया, बल्कि यह भी उजागर हुआ कि अंधविश्वास किस तरह समाज में त्रासदी को जन्म देता है। यह घटना एक चेतावनी है कि अंधश्रद्धा और अविवेक से उत्पन्न विचार कितने भयावह परिणाम ला सकते हैं।
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