नीतीश कुमार ने अपनाया लोहिया का चरित्र: सूरज जायसवाल ने जबलपुर में दी डॉ. राम मनोहर लोहिया को श्रद्धांजलि

जबलपुर, 13 अक्टूबर 2025: समाजवादी चिंतक, स्वतंत्रता संग्राम सेनानी और गोवा मुक्ति आंदोलन के प्रणेता डॉ. राम मनोहर लोहिया की 58वीं पुण्यतिथि पर रविवार को जबलपुर के सदर स्थित जनता दल (यू) प्रदेश कार्यालय में श्रद्धांजलि सभा आयोजित की गई। इस अवसर पर जनता दल (यू) के प्रदेश अध्यक्ष सूरज जायसवाल ने डॉ. लोहिया के चित्र पर माल्यार्पण और पुष्पांजलि अर्पित करते हुए उनके समाजवादी विचारों और समानता के सिद्धांतों को याद किया।


लोहिया की विरासत और नीतीश कुमार की प्रेरणा

सूरज जायसवाल ने कहा, "डॉ. राम मनोहर लोहिया केवल एक स्वतंत्रता सेनानी नहीं थे, बल्कि सामाजिक समता और समाजवाद के प्रतीक थे। उन्होंने 'जाति तोड़ो, समाज जोड़ो' के नारे के साथ सामाजिक और आर्थिक विषमता को दूर करने का संदेश दिया। उनकी गोवा मुक्ति आंदोलन में अग्रणी भूमिका ने स्वतंत्रता संग्राम में एक नया अध्याय जोड़ा।" उन्होंने जोर देकर कहा कि बिहार के मुख्यमंत्री नीतीश कुमार ने लोहिया के चरित्र, सिद्धांतों और समाजवादी विचारधारा को आत्मसात कर उनके आदर्शों को जीवित रखा है।

जायसवाल ने लोहिया के प्रसिद्ध कथन, "सड़कें खामोश होंगी तो संसद आवारा हो जाएगी", को उद्धृत करते हुए कहा कि यह विचार आज भी जनता दल (यू) के कार्यकर्ताओं के लिए प्रेरणा का स्रोत है। उन्होंने बताया कि नीतीश कुमार ने बिहार में सामाजिक न्याय, पंचायती राज, और पिछड़े वर्गों के उत्थान के लिए किए गए कार्यों में लोहिया की सोच को मूर्त रूप दिया है।

2025 में लोहिया के विचारों की प्रासंगिकता

2025 में, जब भारत सामाजिक और आर्थिक असमानता से जूझ रहा है, लोहिया के विचार पहले से कहीं अधिक प्रासंगिक हैं। उनकी चौखंबा राज्य व्यवस्था, जिसमें शासन का विकेंद्रीकरण और पंचायती राज को मजबूत करने पर जोर दिया गया, आज ग्रामीण भारत के लिए एक रोडमैप हो सकता है। हाल के आंकड़ों के अनुसार, भारत की 60% से अधिक आबादी ग्रामीण क्षेत्रों में निवास करती है, जहां पंचायती राज को और सशक्त करने की जरूरत है। लोहिया द्वारा बैंकों के राष्ट्रीयकरण और पिछड़े वर्गों को 60% हिस्सेदारी की वकालत ने सामाजिक न्याय की नींव रखी, जो आज भी नीतीश कुमार जैसे नेताओं के कार्यों में दिखाई देती है।

श्रद्धांजलि सभा में प्रमुख उपस्थिति

कार्यक्रम में जनता दल (यू) के कई प्रमुख कार्यकर्ता शामिल हुए, जिनमें एडवोकेट राम गिरीश वर्मा, संजय शुक्ला, योगेश तिवारी, इमाम खान, संतोष नेमा, सुभाष जायसवाल, और अजय शामिल थे। सभी ने डॉ. लोहिया के विचारों को अपनाने और मध्य प्रदेश में समाजवादी मूल्यों के विस्तार के लिए जनहित में संघर्ष करने का संकल्प लिया।

समाजवाद का संदेश जन-जन तक

जबलपुर में यह आयोजन डॉ. लोहिया की समाजवादी विचारधारा के प्रति लोगों की प्रतिबद्धता को दर्शाता है। सूरज जायसवाल ने कहा, "नीतीश कुमार ने बिहार में लोहिया के सपनों को साकार किया है। हम मध्य प्रदेश में भी उनके आदर्शों को आगे बढ़ाएंगे।" यह सभा न केवल लोहिया की स्मृति को जीवित रखने का प्रयास थी, बल्कि युवा पीढ़ी को उनके विचारों से प्रेरित करने का भी अवसर प्रदान करती है।

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