राजनाथ सिंह का बड़ा बयान: "अगर पाकिस्तान को बातचीत करनी है तो हाफिज सईद और मसूद अजहर को भारत को सौंपे"

पणजी। रक्षा मंत्री राजनाथ सिंह ने शुक्रवार को पाकिस्तान को स्पष्ट शब्दों में चेतावनी देते हुए कहा कि अगर वह भारत से बातचीत करने के प्रति गंभीर है, तो सबसे पहले हाफिज सईद और मसूद अजहर जैसे कुख्यात आतंकवादियों को भारत को सौंपे। गोवा में भारत के पहले स्वदेशी विमानवाहक पोत आईएनएस विक्रांत पर नौसैनिकों को संबोधित करते हुए उन्होंने कहा कि आतंकवाद पर कोई समझौता नहीं होगा।


राजनाथ सिंह ने कहा,

“अगर पाकिस्तान वाकई में बातचीत चाहता है, तो उसे हाफिज सईद और मसूद अजहर जैसे आतंकवादियों को भारत को सौंपना होगा। ये दोनों सिर्फ भारत के मोस्ट वांटेड नहीं हैं, बल्कि संयुक्त राष्ट्र द्वारा घोषित आतंकवादी हैं। मुंबई हमलों का दोषी तहव्वुर राणा हाल ही में भारत लाया गया है — अब हाफिज और मसूद को भी न्याय के कटघरे में लाना जरूरी है।”

"बातचीत होगी तो सिर्फ POK और आतंकवाद पर होगी"

पाकिस्तान की बार-बार बातचीत की पेशकश पर तीखा रुख अपनाते हुए उन्होंने कहा कि भारत की ओर से बातचीत सिर्फ और सिर्फ पाकिस्तान अधिकृत कश्मीर (POK) और आतंकवाद पर ही संभव है।
उन्होंने दो टूक कहा,

“अब पाकिस्तान को समझना चाहिए कि वह जिस आतंकवाद के खेल में आजादी के बाद से लिप्त है, वह अब खत्म हो चुका है। अगर पाकिस्तान भारत के खिलाफ कोई आतंकी कार्रवाई करता है, तो उसे परिणाम भुगतने के लिए तैयार रहना होगा।”

भारत पूरी तरह तैयार: रक्षा मंत्री का सख्त संदेश

राजनाथ सिंह ने ऑपरेशन सिंदूर का जिक्र करते हुए बताया कि किस तरह भारतीय नौसेना ने आतंकवादियों के खिलाफ अपनी ताकत दिखाई। उन्होंने कहा कि

“पहलगाम हमले के 96 घंटे के भीतर भारतीय नौसेना ने समुद्र में दुश्मन के खिलाफ सतह से सतह और सतह से हवा में मार करने वाली मिसाइलें और टॉरपीडो सफलतापूर्वक लॉन्च कीं। भारतीय सेना और नौसेना किसी भी हालात से निपटने के लिए पूरी तरह तैयार हैं।”

पाकिस्तान को साफ संदेश: आतंकवाद की नर्सरी खत्म करो

अपने बयान में राजनाथ सिंह ने कहा कि

“पाकिस्तान की धरती से खुलेआम भारत विरोधी गतिविधियां चल रही हैं। भारत अब हर मोर्चे पर जवाब देने के लिए पूरी तरह स्वतंत्र और सक्षम है। आज पूरी दुनिया भारत के आत्मरक्षा के अधिकार को मान्यता दे रही है।”

Post a Comment

Previous Post Next Post