✈️ DGCA ने शुरू की समीक्षा, सुरक्षा पर फोकस
नागरिक उड्डयन महानिदेशालय (DGCA) ने मंगलवार को जानकारी दी कि एयर इंडिया और एयर इंडिया एक्सप्रेस की सुरक्षा व्यवस्था और संचालन प्रक्रिया की गहन समीक्षा की जा रही है। डीजीसीए के अधिकारियों के अनुसार, बोइंग 787 बेड़े की निगरानी बढ़ा दी गई है और सभी विमानों की एहतियाती जांच की जा रही है।
📉 क्यों रद्द करनी पड़ी 83 फ्लाइट्स?
DGCA ने बताया कि 12 जून से 17 जून तक जो उड़ानें रद्द की गईं, उनके पीछे कई अहम कारण हैं:
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✈️ बोइंग 787 विमानों की एहतियाती जांच के चलते संचालन में देरी।
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🌍 पश्चिम एशिया के हवाई क्षेत्र में लगे प्रतिबंध, जिससे उड़ानों के रूट प्रभावित हुए।
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🛠️ कुछ विमानों पर चल रहा रखरखाव कार्य, जिससे वे सेवा में नहीं लौट सके।
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⚙️ स्पेयर पार्ट्स की अस्थायी कमी, जिससे कुछ विमानों की मरम्मत में समय लगा।
🔎 अब तक कितने विमान जांच से गुजरे?
एयर इंडिया के पास कुल 33 बोइंग 787-8/9 विमान हैं। इनमें से 24 विमानों की सुरक्षा जांच 17 जून तक पूरी कर ली गई है। शेष विमान या तो रखरखाव में हैं या उड़ान सेवा में लौटने की प्रतीक्षा में हैं।
📋 DGCA के निर्देश: यात्रियों की परेशानी कम करें
DGCA ने एयर इंडिया को विभिन्न विभागों के बीच बेहतर समन्वय स्थापित करने, स्पेयर पार्ट्स की उपलब्धता में सुधार लाने और यात्रियों को असुविधा से बचाने के लिए वैकल्पिक व्यवस्थाएं सुनिश्चित करने के निर्देश दिए हैं।
हालांकि, DGCA ने यह भी स्पष्ट किया है कि अब तक की जांच में कोई गंभीर सुरक्षा खामी नहीं मिली है, फिर भी एहतियात के तौर पर निगरानी जारी रहेगी।
एयर इंडिया के संचालन में आई रुकावटें न सिर्फ कंपनी की कार्यप्रणाली पर सवाल खड़े करती हैं, बल्कि यात्रियों के लिए भी यह असुविधा का बड़ा कारण बनी हैं। DGCA की समीक्षा और सख्ती से उम्मीद है कि जल्द ही स्थिति में सुधार होगा और यात्रियों को सुरक्षित व सुगम यात्रा का अनुभव मिलेगा।
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