जबलपुर के नर्मदा तट पर आरंभ हुआ ‘नमामि नर्मदे पंचवटी’ होम स्टे, परिक्रमा वासियों और पर्यटकों को मिलेगा ग्रामीण सौंदर्य का अनुभव

सस्टेनेबल टूरिज्म को बढ़ावा, जल्द बनेंगे 8 और होम स्टे

जबलपुर, 17 जून 2025। नर्मदा परिक्रमा वासियों और पर्यटकों के लिए खुशखबरी! मध्यप्रदेश टूरिज्म बोर्ड की होम स्टे योजना के तहत नर्मदा तट पर जबलपुर के डुडवारा गांव में "नमामि नर्मदे पंचवटी" नामक एक अनूठे होम स्टे का शुभारंभ किया गया। यह पहल सस्टेनेबल और ग्रामीण पर्यटन को बढ़ावा देने की दिशा में मील का पत्थर मानी जा रही है।


नगर निगम की उपायुक्त श्रीमती अंकिता जैन ने दीप प्रज्ज्वलन कर इस होम स्टे का औपचारिक शुभारंभ किया। इस मौके पर उन्होंने कहा कि “यह परियोजना न केवल स्थानीय रोजगार को बढ़ावा देगी, बल्कि नर्मदा के धार्मिक महत्व और प्राकृतिक सुंदरता को भी पर्यटकों तक पहुंचाने में सहायक होगी।”


क्या है होम स्टे की खासियत?

डुडवारा गांव स्थित यह होम स्टे पूरी तरह से कच्ची मिट्टी की दीवारों और खपरेल की छतों से बना है, जो ग्रामीण परिवेश और पारंपरिक स्थापत्य का जीवंत अनुभव कराता है। परिसर में स्थानीय जैविक सब्जियों की बगिया भी है, जिससे मेहमानों को ताजी हरियाली और स्वस्थ भोजन मिल सकेगा।

होम स्टे का संचालन स्थानीय निवासी बोधन पटेल और नोनेलाल पटेल करेंगे। यह परियोजना लोक कल्याण भूमिका समिति के माध्यम से क्रियान्वित की जा रही है, जिसकी अध्यक्ष रेखा कुशवाहा ने जानकारी दी कि डुडवारा में जल्द ही 8 और होम स्टे विकसित किए जाएंगे।

पर्यटन और संस्कृति का मिलन स्थल

डुडवारा गांव नर्मदा नदी के बेहद निकट है और यहां से प्रसिद्ध भेड़ाघाट की चट्टानों, धुआंधार जलप्रपात और स्थानीय संस्कृति का समृद्ध अनुभव प्राप्त होता है। पर्यटक यहां आकर नर्मदा दर्शन के साथ-साथ मध्यप्रदेश की ग्रामीण जीवनशैली और आतिथ्य का आनंद उठा सकते हैं।

समुदाय की भागीदारी और भविष्य की योजना

शुभारंभ कार्यक्रम में ग्राम सरपंच श्रीमती भूरी बाई, पूर्व सरपंच मुकेश तिवारी और ग्राम पर्यटन समिति के सदस्य भी मौजूद रहे। सभी ने इस पहल को ग्रामीण विकास और सांस्कृतिक पर्यटन की दिशा में एक नया अध्याय बताया।

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